इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनायी जायेगी. मकर संक्रांति के दिन 19 साल बाद भौम-पुष्य योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है. दिन के 10:41 बजे से भौम-पुष्य योग शुरू हो जायेगा, जो पूरे दिन रहेगा. यह योग मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र के विद्यमान होने से बनता है. पुष्य नक्षत्र विकास, शुभता, धन-समृद्धि और आध्यात्मिक विकास का प्रतिनिधित्व करता है. ज्योतिषाचार्यों आचार्य दीपक कुमार पाठक की मानें तो इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है, जिसका अर्थ है सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ता है. पंचांग के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य 14 जनवरी मंगलवार को सुबह 9 बजकर 3 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे.15 जनवरी को खरमास की समाप्ति के बाद नये साल में मांगलिक कार्य का शुभारंभ होगा. खरमास के बाद 16 जनवरी से शुभ कार्यों के साथ शादियों का सीजन शुरू हो जायेगा. वहीं सूर्य देव 14 मार्च को मीन राशि में गोचर करेंगे. 14 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक फिर खरमास रहेगा. इसके बाद दिसंबर के अंत में फिर 15 दिन खरमास के रहेंगे. इस तरह से वर्ष में करीब दो माह खरमास व मलमास के कारण मांगलिक कार्य नहीं होंगे. वर्ष 2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त जनवरी 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 27, 30 फरवरी : 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23, 25 मार्च 1, 2, 6, 7,12 अप्रैल 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30 मई 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27,28 जून : 2, 4, 5, 7, 8 नवंबर 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25,30 दिसंबर 4, 5,6
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