कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ घटी घटना के बाद टीएमबीयू प्रशासन पीजी गर्ल्स हॉस्टलों में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा की पुख्ता व बेहतर व्यवस्था करने की कवायद शुरू कर दी है. इसे लेकर रविवार को कुलपति प्रो जवाहर लाल ने अपने आवासीय कार्यालय में डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार व महिला हॉस्टल के अधीक्षकों के साथ बैठक की. अधीक्षकों ने बताया कि हॉस्टल में करीब पांच पुरुष कर्मी कार्यरत हैं, जो हॉस्टल से संबंधित कार्य करते है. इसे लेकर कुलपति ने डीएसडब्ल्यू व सभी अधीक्षकों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि तत्काल प्रभाव से उन पुरुष कर्मी को हॉस्टल से हटायें. उनके स्थान पर आउटसोर्सिंग के आधार पर महिला कर्मी को तैनात करें. महिला हॉस्टल में केवल महिलाकर्मी ही कार्य करे. इसे लेकर दिशा-निर्देश भी दिया. वीसी ने कहा कि सूचना मिल रही है कि कुछ कर्मी हॉस्टल में अनधिकृत रूप से रहते हैं. ऐसे पुरुष व महिला को तत्काल प्रभाव से हॉस्टल से हटाएं. साथ ही वीसी ने निजी सुरक्षा गार्ड के मुख्य अनिल कुमार को भी निर्देश दिया कि महिला हॉस्टलों में सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इसमें लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जायेगी. मौके पर अधीक्षक डॉ इंदू कुमारी, डॉ राधिका मिश्रा, असिस्टेंट प्रोफेसर रूचि श्री, असिस्टेंट प्रोफेसर सिमरन भारती आदि मौजूद थीं. ————————– अफसाना निगार राजिंदर सिंह बेदी की जयंती मनायी बरहपुरा में अंजुमन बाग व बहार के बैनर तले रविवार को मशहूर अफसाना निगार राजिंदर सिंह बेदी की जयंती मनायी गयी. संस्था के महासचिव डॉ परवेज ने कहा कि साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित राजिंदर सिंह बेदी उर्दू साहित्य के बड़े फनकार व प्रगतिशील लेखक थे. उनके अफसानों में पूरा हिंदुस्तान दिखता है. समाज, तहजीब व अखलाकी रवैयों के साथ जाग उठता है. उन्होंने अपनी कहानियां में इंसानी जज्बात, नफसियात व अहसासात की सच्ची तस्वीर पेश की है. उनकी दाना व दाम, अपने दुख मुझे दे दो, बेजान चीजें, कोख जली जैसी पुस्तकें काफी लोकप्रिय रही. साथ ही उनकी बड़ी बहन, दाग, मधुपति, देवदास आदि फिल्में काफी लोकप्रिय रही. इस अवसर पर शहजोर अख्तर, जौसर अयाग, शादाब आलम, महबूब आलम, मो बेलाल आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है