आरफीन,भागलपुर: दो दशक पहले मलखंब खेल से टीएमबीयू की देश भर में पहचान बनी थी. यह खेल विवि में मृत प्राय: हो गया है. किसी दूसरे खेल में विवि का दबदबा नहीं के बराबर है. अब फिर से मलखंब खेल के सहारे विवि अपनी पहचान देश भर में बनाने की तैयारी कर रहा है.
टीएमबीयू मलखंब खेल के लिए फिर से खिलाड़ियों को तैयार करने जा रहा है. विवि की टीम स्कूलों में मलखंब खिलाड़ी तैयार करेगी. विवि के पूर्व खेल सचिव व पूर्व मलखंब खिलाड़ी की टीम तैयार की जा रही है.
दो दशक पूर्व में ऑल इंडिया विवि स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में टीएमबीयू के खिलाड़ी पवन कुमार पोद्दार ने पदक जीत कर विवि की देश भर में पहचान बनायी थी, लेकिन उनके बाद से मलखंब खेल विवि में आगे नहीं बढ़ पाया. इस खेल के लिए खिलाड़ी आगे नहीं आये. नतीजनत मलखंब खेल पूरी तरह विवि में बंद हो गया.
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प्रो पवन कुमार पोद्दार ने कहा कि विवि टीम में पूर्व के मलखंब व नये खिलाड़ी को जोड़ा जायेगा. इसे लेकर कुछ नामों पर चर्चा हुई है. कुलपति के आने पर उनलोगों का नाम बढ़ाया जायेगा. अनुमति मिलते ही इस दिशा में तेजी से काम शुरू किया जायेगा.
विवि खेल विभाग के पूर्व सचिव प्रो पवन कुमार पोद्दार ने कहा कि मलखंभ खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है. कुलपति के आने पर प्रस्ताव रखा जायेगा. विवि प्रशासन से मांग की जायेगी कि मलखंभ खेल से जुड़े आधारभूत संरचना, खेल से जुड़े सामान व एक्सपर्ट की व्यवस्था करायी जाये, ताकि विवि का मलखंभ खेल में खोया इतिहास को वापस लाया जा सके.
विवि के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने विवि क्रीड़ा परिषद के वर्तमान व पूर्व सचिव को निर्देश दिया था कि खेल से संबंधित आधारभूत संरचना को मानक के अनुरूप तैयार करने को कहा था. पूर्व कुलपति ने इसे लेकर सरकार से भी सहयोग लेने की बात कही थी.
Posted By: Thakur Shaktilochan