पति ने हथौड़े से वार कर पत्नी की कर दी थी निर्मम हत्या, प्रयुक्त हथियार भी बरामद

पति ने हथौड़े से वार कर पत्नी की कर दी थी निर्मम हत्या, प्रयुक्त हथियार भी बरामद

By Prabhat Khabar News Desk | July 8, 2024 11:27 PM

सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के अब्जुगंज इलाके में निर्मला देवी की निर्मम हत्या मामले में पुलिस ने आरोपित पति को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में वैज्ञानिक अनुसंधान और घटना में प्रयुक्त हथियार के आधार पर पुलिसने कांड का उद्भेदन किया. जिसके बाद आरोपित की गिरफ्तारी की गयी. इधर मामले में हिरासत में लिये गये अन्य संदिग्धों से सोमवार को भी पूछताछ जारी रही. हत्याकांड को लेकर किये गये उद्भेदन की जानकारी भी सिटी एसपी राज ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने जानकारी दी कि शुक्रवार को तड़के सुबह अब्जुगंज के रहने वाले संजीव कुमार पंडित की पत्नी निर्मला देवी पर वार कर उन्हें जख्मी कर दिया गया था. घटना के बाद शनिवार सुबह इलाज के दौरान निर्मला देवी की इलाज के दौरान मायागंज अस्पताल में मौत हो गयी थी. पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों ने मामले में अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर अब्जुगंज में सड़क जाम भी किया था. मामले में मृतका के बेटे रवि पंडित के लिखित आवेदन पर अमर कुमार और संदीपा भारती को नामजद अभियुक्त बनाया था. मामले में पुलिस द्वारा की गयी जांच के दौरान घटना में प्रयुक्त हथौड़े की बरामदगी की गयी. साथ ही घटनास्थल की जांच एफएसएल टीम को बुलाकर करायी गयी. अनुसंधान के क्रम में जानकारी मिली निर्मला देवी की हत्या उसके पति संजीव कुमार पंडित के द्वारा ही की गयी थी. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की गयी, जिसमें उसने अपने अपराध को स्वीकार कर दिया. कांड के उद्भेदन को लेकर डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर के नेतृत्व में गठित टीम में सुल्तानगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर प्रियरंजन, एसआइ धिरेंद्र यादव, ट्रेनी एसआइ प्रियंका कुमारी शामिल थी. परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई का किया विरोध निर्मला देवी हत्याकांड मामले में उसके पति संजीव कुमार पंडित की गिरफ्तारी के बाद मृतका की बेटी स्वाति कुमारी और अन्य परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने मामले में कांड के नामजद अभियुक्तों के दबाव में आकर कार्रवाई की है. उनके पिता मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति हैं और उनका इलाज भी चल रहा था. पिता के इलाज के कई प्रमाण भी होने का उन्होंने दावा किया है. उन्होंने सुल्तानगंज पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि दबाव डाल कर उनके पिता से झूठा बयान दर्ज किया गया है और उसकी वीडियो बनायी गयी है. वहीं घटना के बाद आरोपितों को हिरासत में लिये जाने के बावजूद वे लोग थाना में आराम से घूम रहे थे.

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