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New Year 2021: बिहार के भागलपुर जिला में हैं कई पिकनिक स्पॉट, जानें नए साल में किन जगहों पर आप मना सकते हैं जश्न

भागलपुर प्रमंडल क्षेत्र में कई पिकनिक स्पॉट हैं, जहां नववर्ष(New Year 2021) के पहले दिन लोग जश्न मनाने के लिए जुटेंगे. हालांकि कोरोना को लेकर आवश्यक सतर्कता व परहेज जरूरी है. महत्वपूर्ण जगह: लोग नववर्ष की तैयारी में जुट गये हैं. विक्रमशिला महाविहार, मंदार हिल, कुप्पाघाट, जैन सिद्धक्षेत्र, संग्रहालय, भीम बांध, चिल्ड्रेन पार्क हो, जयप्रकाश उद्यान में तैयारी जोरों पर है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 28, 2020 1:02 PM
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भागलपुर प्रमंडल क्षेत्र में कई पिकनिक स्पॉट हैं, जहां नववर्ष(New Year 2021) के पहले दिन लोग जश्न मनाने के लिए जुटेंगे. हालांकि कोरोना को लेकर आवश्यक सतर्कता व परहेज जरूरी है. महत्वपूर्ण जगह: लोग नववर्ष की तैयारी में जुट गये हैं. विक्रमशिला महाविहार, मंदार हिल, कुप्पाघाट, जैन सिद्धक्षेत्र, संग्रहालय, भीम बांध, चिल्ड्रेन पार्क हो, जयप्रकाश उद्यान में तैयारी जोरों पर है.

लक्ष्मीपुर डैम :

ब्रिटिश शासनकाल में बांका जिला अंतर्गत बौंसी प्रखंड में ही लक्ष्मीपुर डैम बनाया गया. इसमें सिंचाई के लिए पानी को संग्रह किया जाता है. यह जगह प्राकृतिक रूप से समृद्ध है. इस डैम में तैरती हुई मछली और रंग-बिरंगी उड़ती चिड़ियां को देखने का नजारा ही अलग होता है. इसके अलावा बांका जिले में ज्येष्ठोरनाथ पहाड़ी, झरना पहाड़ी आदि स्थान भी लोगों के पिकनिक के लिए उपयुक्त जगह है.

मंदार पहाड़

भागलपुर शहर से 45 किमी की दूरी पर बांका बौंसी प्रखंड में मंदार पहाड़ी अवस्थित है. 700 फीट ऊंची इस पहाड़ी पर शानदार प्राकृतिक वातावरण है. पहाड़ के तल में पापहरणी तालाब है. पहाड़ के नीचे ही भगवान मधुसूदन का छोटा सा मंदिर है. इस मंदिर में सालों भर प्रतिमा नहीं रहती है. खुदाई में मिली प्रतिमा को बौंसी मंदिर में रखा जाता है, जिसे 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन यहां पर लाया जाता है. पहाड़ी पर एक सीता कुंड, शंख कुंड, नरसिंह भगवान की प्रतिमा है. पहाड़ी के शीर्ष पर जैन के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य का मंदिर स्थापित है. इसलिए देश-विदेश से जैन श्रद्धालु यहां घूमने आते हैं. यहां पर ढेरों किंवदंती व इतिहास है, जिनकी चर्चा लोग करते हैं. सरकार की ओर से भी सैलानियों के ठहरने के लिए नौलखा भवन तैयार किया गया है, जिसे समय-समय पर आधुनिक स्वरूप दिया जाता है.

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गोनूबाबा धाम

भागलपुर शहर से 14 किलोमीटर की दूरी पर गोनूबाबा धाम है. इस स्थान को बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अंतर्गत शामिल किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी प्रचलन है कि जिनके घर में गाय ने बच्चे को जन्म दिया, यहां पर दूध चढ़ाने के बाद ही घर में दूध का उपयोग शुरू किया जाता है. नववर्ष के दौरान लोग यहां पर पिकनिक मनाने आते हैं. एक जनवरी के अलावा भी ठंड में पूस माह में पिकनिक मनाते हैं.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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