मारवाड़ी का मतलब फटे दूध से रसगुल्ला निकालना, न कि बेकार समझ कर छोड़ देना
मारवाड़ी का मतलब है फटे दूध से रसगुल्ला निकालना, न कि फटे दूध को बेकार समझ कर छोड़ देना. अर्थात बेकार चीजों को भी उपयोगी बनाने का काम मारवाड़ी समाज करता है. मारवाड़ी समाज केवल एक समाज के लिए काम नहीं करता है, बल्कि उनके सामाजिक कार्य में व्यापकता होती है. उक्त बातें अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार लोहिया ने कही.
मारवाड़ी का मतलब है फटे दूध से रसगुल्ला निकालना, न कि फटे दूध को बेकार समझ कर छोड़ देना. अर्थात बेकार चीजों को भी उपयोगी बनाने का काम मारवाड़ी समाज करता है. मारवाड़ी समाज केवल एक समाज के लिए काम नहीं करता है, बल्कि उनके सामाजिक कार्य में व्यापकता होती है. उक्त बातें अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार लोहिया ने कही. मौका था शनिवार को वेराइटी चौक समीप स्थित एक होटल के सभागार में बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन नगर शाखा भागलपुर की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह का. नगर शाखा की ओर से अध्यक्ष शिव कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार लोहिया, राष्ट्रीय महामंत्री कैलाशपति तोदी, प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर अग्रवाल का अभिनंदन किया गया. लोहिया आगे कहा कि उसूलों पर आ जाये, तो टकराना भी जरूरी है. और यदि जिंदा हैं, तो जिंदा दिखना भी जरूरी है.
कार्यक्रम का संचालन महामंत्री अनिल खेतान ने किया, तो मंच का संचालन संरक्षक रामगोपाल पोद्दार ने किया. आनंदराम ढांढानिया सरस्वती विद्या मंदिर की छात्राओं ने गणेश वंदना व स्वागत गान प्रस्तुत किया. शिव अग्रवाल ने शिव लोहिया को अंग वस्त्र व मंजूषा पेंटिंग भेंट कर सम्मानित किया, तो नगर महामंत्री अनिल खेतान ने राष्ट्रीय महामंत्री कैलाशपति तोदी को अंगवस्त्र व मंजूषा पेंटिंग भेंट कर सम्मानित किया. प्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर अग्रवाल का सम्मान प्रभात केजरीवाल एवं मंत्री ओमप्रकाश कनोडिया, सुमित जैन आदि ने किया.खगड़िया से नवनिर्वाचित सांसद राजेश वर्मा को मिला समाज गौरव सम्मान
सम्मेलन स्तर पर प्री वेडिंग का होगा विरोध, मातृभाषा को मिलेगा बढ़ावा
नगर मारवाड़ी सम्मेलन के महामंत्री अनिल खेतान ने सम्मेलन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और कोरोना महामारी में किये गये सेवा कार्यों से अवगत कराया. नगर सम्मेलन के संरक्षक रामगोपाल पोद्दार ने इस अवसर पर मारवाड़ी समाज की राष्ट्रीय स्तर पर जनगणना करने का सुझाव दिया. साथ ही यह भी सुझाव आया कि समाज में जो कुरीतियां आ गयी है, उसमें प्री वेडिंग का विरोध सम्मेलन स्तर पर किया जाना चाहिए. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मातृभाषा पर जोर दिया और कहा कि आज घर में मातृभाषा का उपयोग करने में शर्म आती है. नयी पीढ़ी के बीच बढ़ावा देना होगा, ताकि सार्वजनिक स्थानों पर भी मातृभाषा का प्रयोग कर सकें. समाजसेवी लक्ष्मी नारायण डोकानिया ने सुझाव दिया कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिए चीन के बने उत्पादों का एक्सपोर्ट बंद होना चाहिए.क्षेत्रीय उपाध्यक्ष गिरधारी केजरीवाल, अशोक भिवानीवाला, मंत्री ओमप्रकाश कनोडिया, चेंबर अध्यक्ष श्रवण बाजोरिया, उपाध्यक्ष शरद सलारपुरिया, पार्षद अश्वनी जोशी मोंटी, मनोज चूड़ीवाला, अभिषेक जैन, अनिल कड़ेल, जॉनी संथालिया, अरुण लाठ, सत्यनारायण पोद्दार, रमण साह, नरेश खेमका, ईश्वरचंद्र झुनझुनवाला, प्रो शिवकुमार जिलोका, मीनू सलारपुरिया, प्रभा कोटरीवाल, अंबिका डालमिया, सोनम खटोर आदि का आयोजन में विशेष योगदान रहा. कार्यक्रम में खगड़िया के राजेश अग्रवाल, रवींद्र अग्रवाल, शंभु अग्रवाल, जयप्रकाश अग्रवाल, बांका, नवगछिया समेत आसपास क्षेत्र के सदस्य बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे.
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