Bhagalpur news शिक्षकों की कमी से गणित की पढ़ाई ठप, गेस्ट शिक्षक के भरोसे कई विषय
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के 12 अंगीभूत कॉलेजों में एकमात्र नैक से मूल्यांकित मुरारका कॉलेज शिक्षक की कमी से जूझ रहा है
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के 12 अंगीभूत कॉलेजों में एकमात्र नैक से मूल्यांकित मुरारका कॉलेज शिक्षक की कमी से जूझ रहा है. शिक्षकों के नहीं रहने से गणित विषय की पढ़ाई ठप है. प्रभात खबर के प्रतिनिधि द्वारा बुधवार को की गयी पड़ताल में मामला सामने आया. इस दौरान छात्रों ने बताया कि मुरारका कॉलेज की एक अलग पहचान और गौरवशाली परंपरा रही है. कॉलेज में शिक्षक की कमी है. कई विषय की पढ़ाई अतिथि शिक्षकों के भरोसे है. नैक मूल्यांकन को लेकर संसाधन व शिक्षक की कमी से संशय बन गया है. आखिर नैक मूल्यांकन कैसे हो, इसे लेकर सभी चिंतित है.
कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमरकांत सिंह ने बताया कि कॉलेज में स्वीकृत शिक्षक के 34 पद में केवल 11 ही नियमित है. बांकी अतिथि शिक्षकों से पठन-पाठन कराया जा रहा है. कई प्रमुख विषय के शिक्षक कम हैं. छात्रों ने बताया कि आसपास के कई प्रखंडों के छात्र-छात्राएं कॉलेज में पढ़ाई के लिए आते हैं. ऐसे में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई में परेशानी हो रही है.
कॉलेज में 13 विषय की होती है पढ़ाई
कॉलेज में 13 विषय की पढ़ाई होती है. इंटर के शिक्षक का पद समाप्त कर दिया गया है. विगत 2019 में नैक मूल्यांकन हुआ था. जिसमें काफी कम नंबर के कारण बी ग्रेड नहीं मिल पाया. उस समय नियमित 19 शिक्षक थे. कॉलेज में साइंस विषय में एक भी शिक्षक नियमित नहीं है. जबकि कॉमर्स व समाजशास्त्र में चार और शिक्षकों की जरूरत है. प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज के विकास को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है. शिक्षक नियमित मिलने के बाद नैक मूल्यांकन को लेकर पहल किया जायेगा. कॉलेज के आइक्यूएसी प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि नये बाइनरी सिस्टम के तहत नैक मूल्यांकन कराने का प्रयास किया जायेगा.एक साल में आठ शिक्षकों ने जिला मुख्यालय में कराया स्थानांतरण
कॉलेज के प्राचार्य ने बताया एक साल के दौरान लगभग आठ शिक्षक जिला मुख्यालय में अपना स्थानांतरण कराया है. वहीं कर्मचारियों के स्वीकृत 11 पद में पांच व चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के 18 पद में सात हैं. पुस्तकालय अध्यक्ष नहीं हैं. दिव्यांग चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों द्वारा पुस्तकालय का संचालन हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है