मायागंज अस्पताल ने मेडिकल स्टाफ मांगा, प्रतिनियुक्त आइएएस व आइपीएस ने मायागंज का किया निरीक्षण
मायागंज अस्पताल ने मेडिकल स्टाफ मांगा, प्रतिनियुक्त आइएएस व आइपीएस ने मायागंज का किया निरीक्षण
भागलपुर : कोविड डेडिकेटेड मायागंज अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे 55 से अधिक डॉक्टर, नर्स, लैब ऑपरेटर व अन्य मेडिकल स्टाफ खुद संक्रमित हो चुके हैं. रोजाना तीन से चार मेडिकल स्टाफ संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. यह सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. इनमें कोविड संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेने वाला एक ब्लड बैंक का स्टाफ भी है. मायागंज अस्पताल प्रबंधन ने राज्य सरकार से मांग की है कि भागलपुर जिले के अनुमंडल, रेफरल व पीएचडी में तैनात डॉक्टर, नर्स व दूसरे मेडिकल स्टाफ कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में ड्यूटी दी जाये.
कोविड मरीजों की देखभाल में 24 घंटे में तीन से चार डॉक्टरों की तैनाती की जा जाती है. वहीं सीनियर डॉक्टरों की उम्र 55 से अधिक व अधिकांश डायबिटिज के पेशेंट हैं. ऐसे में रोजाना औसत 85 कोविड मरीजों की संख्या जिले में बढ़ रही है. गंभीर मरीजों के इलाज के लिए मायागंज अस्पताल में संसाधन पर्याप्त हैं. लेकिन मैन पावर की कमी के कारण सारा दबाव मुट्ठी भर डॉक्टरों, नर्स, लैब टेक्नीशियन व दूसरे स्टाफ पर पड़ रहा है. प्रभारी अधीक्षक डॉ कुमार गौरव ने बताया कि डॉक्टर, नर्स व लैब टेक्निशियन की जरूरत है.
पुलिस प्रशासन ने अस्पताल की सुरक्षा का जायजा लिया : मायागंज अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने गुरुवार को सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज, सिटी डीएसपी राजवंश सिंह पहुंचे. दोनों पदाधिकारियों ने वर्तमान अस्पताल प्रभारी के साथ अस्पताल परिसर में मीटिंग की. पुलिस को बताया गया कि एक संक्रमित मरीजों के साथ कई परिजन अस्पताल में घुस रहे हैं. इसके लिए पुलिस की तैनाती की मांग की गयी.