जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में और वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार की उपस्थिति में शुक्रवार को एनकोर्ड (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकॉट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट) को लेकर समीक्षा भवन में बैठक हुई. नशीले पदार्थ के कारोबार पर रोक लगाने को लेकर गंभीर विमर्श किया गया. डीएम ने कहा कि जितने भी यंगस्टर हैं, उन सब पर निगरानी रखने की जरूरत है. खासकर अंधेरे स्थान, उजड़े पुराने भवन के इर्द गिर्द, उच्च विद्यालयों के समीप, हवाई अड्डा के आसपास, रात्रि में भीड़ वाली चाय व पान की दुकानों के समीप लगातार गश्ती होनी चाहिए. यदि कोई पकड़ा जाता है, तो उसके विरुद्ध अच्छी तरह से कार्रवाई होनी चाहिए. इसे रोकने के लिए वार्ड स्तर पर कमेटी बनायी जाये.
पांच सबसे बड़ी समस्या में ड्रग्स का कारोबार भी शामिल : एसएसपी
वार्ड कमेटी में थाना से लेकर पार्षदों तक को करें शामिल
जिलाधिकारी ने कहा कि अपराध किसी भी समाज के लिए अभिशाप है. इसे पूर्णतया समाप्त करने के लिए वार्ड स्तर पर कमेटी बनायी जाये. इसमें थाना के सेक्टर पदाधिकारी, वार्ड पार्षद, पूर्व वार्ड पार्षद, हारा हुआ वार्ड पार्षद के साथ उस वार्ड के गण्यमान्य लोगों, शिक्षकों और नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को शामिल किया जाये. यह कमेटी नशा करने वाले और संदिग्ध स्थलों की सूची उपलब्ध करायेगी. साथ ही जन जागरूकता भी फैलायेगी. वहां रोशनी और गश्ती की व्यवस्था करायी जायेगी. नशे की आदत छुड़ाने के लिए नशामुक्ति केंद्र को और सक्रिय किया जायेगा. इसके साथ ही रात्रि में चलने वाले चाय गुटके की दुकान, बस पड़ाव, रेलवे स्टेशन, स्लम एरिया पर भी अनुमंडल स्तर से छापामारी कराई जाये. बैठक में सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.
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