Bihar News: आपदा प्रबंधन की बैठक में मंत्री को आया गुस्सा, आधे घंटे में बैठक स्थगित, लापरवाह अफसरों से मांगा स्पष्टीकरण
Bihar News: आपदा प्रबंधन एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक में मंत्री जी भड़क गए. बैठक शुरू होने के आधे घंटे के अंदर ही मंत्री जी ने बैठक स्थगित कर दी और कहा कि यह बैठक है, मजाक नहीं. लापरवाही बरतने वालों से स्पष्टीकरण मांगा जाना चाहिए.
Bihar News: भागलपुर के समीक्षा भवन में मंगलवार को आपदा प्रबंधन और जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक में बिहार सरकार के श्रम मंत्री संसाधन विभाग के मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री संतोष कुमार सिंह नाराज दिखे. लिहाजा बैठक शुरू होने के आधे घंटे के अंदर उन्होंने बैठक को स्थगित कर दिये जाने की घोषणा की. लापरवाह और बैठक में न आने वाले पदाधिकारियों से उन्होंने स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया और सभी बातों को प्रोसिडिंग में लेने का निर्देश दिया. बैठक में जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की उपस्थिति नहीं रहने से वे नाराज हुए थे.
बैठक में जिले के कई विधायकों, सांसदों और अन्य प्रतिनिधियों के नहीं आने से मंत्री नाराज हुए थे. मौके पर उन्होंने सवाल किया कि किन किन प्रतिनिधियों को बैठक की सूचना दी गयी थी. प्रशासनिक पक्ष से जबाव आया कि सभी पदाधिकारी को सूचना दी गयी थी. लेकिन जब मंत्री ने सूचना देने का समय और माध्यमों की जानकारी ली तो बात सामने आयी कि कई ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जिन्हें बैठक के एक दिन पहले या बैठक के दिन ही सूचना दी गयी थी.
मंत्री ने कहा कि बैठक की सूचना कब दी गयी, किन लोगों को दी गयी और किन माध्यमों से दी गयी, इसकी जानकारी उन्हें कॉल डिटेल के साथ दें. मंत्री ने कहा कि माननीय सांसद और विधायक के पास बहुत काम रहता है. ऐसी स्थिति में जब बैठक करना तय हो जाय तो समय रहने उन्हें सूचना दें ताकि वे बैठक में उपस्थित हो सकें.
आपदा के विभिन्न कार्यों की समीक्षा चल ही रही थी कि मंत्री ने सिविल सर्जन से जबाव चाहा तो पता चला कि वे बैठक में नहीं हैं. फिर उन्होंने बैठक स्थगित करने की घोषणा कर दी. प्रशासनिक पक्ष से बैठक में मंत्री से बैठक कर लेने के लिए अनुनय विनय भी किया गया लेकिन उन्होंने कुछ आवश्यक निर्देश देते हुए बैठक को स्थगित करने की घोषणा कर दी. मंत्री ने कहा कि कोई भी पदाधिकारी तैयारी के साथ नहीं पहुंचे हैं. सिर्फ ऑफिस में बैठक कर रिर्पोट तैयार किया गया है. बैठक समाप्त होने के बाद जिलाधिकारी भी समीक्षा भवन पहुंचे थे. जिलाधिकारी ने मंत्री को आश्वस्त किया कि जो लाभुक बच गये हैं, उन्हें भी जांच करवा कर सूची में शामिल किया जाएगा.
पीरपैंती सीओ को दो माह के लिए बाढ़ राहत कार्य से हटाने का निर्देश
बैठक में प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाढ़ राहत कार्यों में पीरपैंती के सीओ का कार्य संतोषजनक नहीं है. उन्होंने कहा कि एक भी आदमी ऐसा नहीं मिला जिन्होंने कहा हो कि पीरपैंती सीओ का कार्य अच्छा है. मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पीरपैंती सीओ को बाढ़ राहत कार्यों से दो माह तक के लिए अगल कर दें और बाढ़ राहत कार्यों का वरीय प्रभार बीडीओ को दें. बैठक में बिहपुर के विधायक ई कुमार शैलेंद्र ने शिकायत करते हुए मंत्री से कहा कि अपदा मित्रों को पिछले वर्षों आयी बाढ़ में किये गये कार्यों का भी भुगतान नहीं हुआ है. शिकायत के बाद मंत्री ने पदाधिकारियों से पूरे जिले के आपदा मित्रों की जानकारी ली और जल्द से जल्द भुगतान करने का निर्देश दिया.
बैठक शुरू होते ही मंत्री ने दी नसीहत
बैठक की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गयी थी. इसके बाद मंत्री और अन्य अतिथियों को पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया था. पौधा भेंट करने के क्रम में मंच संचालन ने कहा कि अमुक अतिथि को पौधा भेंट किया जाए, इस पर मंत्री ने आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि यहां कोई राजा नहीं है, इसलिए पौधा भेंट किया जाय के जगह पर पौधा भेंट करें, का उपयोग करें.
मीडिया कर्मियों के सामने की पदाधिकारियों की तारीफ
बैठक स्थगित करने के बाद मंत्री मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुए. उन्होंने मीडिया कर्मियों के समक्ष पदाधिकारियों की तारीफ की. मंत्री ने कहा कि बैठक संतोषजनक रहा, जनता ने भी पदाधिकारियों की तारीफ की है. अगर जांच में लगा कि किसी ने लापरवाही की है तो नियम संम्मत कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 की सूची के अनुसार ही बाढ़ पीड़ितों को राहत वितरण किया जा रहा है. जबकि इतने वर्षों में कई परिवारों की स्थिति बदल गयी है. उस समय कई परिवार संयुक्त होंगे, अभी एक रह रह हैं, इसलिए बाढ़ राहत से कोई जरूरतमंद वंचित न रह जाय, इसके लिए पदाधिकारियों को जांच करने का निर्देश दिया गया है और जांच में विधायक प्रतिनिधियों, सांसद प्रतिनिधियों से भी मंतव्य लेने का निर्देश दिया गया है.
मंत्री ने कहा कि जिले में किसानों का 13 हजार हैक्टेयर में फसल नष्ट हुआ है. जिसकी अनुमानित राशि 59 करोड़ रुपया है. रिर्पोट कृषि विभाग को दे दी गयी है. जिले में 104000 परिवारों को आपदा राहत में 72 करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया है. किसानों के खाते में रकम ट्रांसफर किया जाएगा. बाढ़ राहत के दौरान किये गये कार्यों का जिक्र मंत्री ने किया. मंत्री ने कहा कि मसाढू में 42 परिवार कटाव से प्रभावित है. वहां पर सभी प्रकार की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. मंत्री ने कहा कि क्षतिग्रस्त हुए बांधों और गांवों को आने वाले दिनों में बाढ़ से बचाने के लिए भी प्रयास किया जाएगा.
मंत्री ने स्मार्ट मीटर पर विपक्ष द्वारा की जा रही मोर्चेबंदी पर कहा कि विपक्ष के पास स्मार्ट मीटर पर सवाल उठाने की नैतिक जिम्मेदारी नहीं है. स्मार्ट मीटर में बिजली बिल की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है. मंत्री ने कहा कि भागलपुर को 36 करोड़ रुपये शहर को सुंदर बनाने के लिए दिया गया है. जिससे शहर के यातायात को व्यवस्थित बनाने का कार्य किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि आये दिन भागलपुर को बेहतर बनाया जाएगा और यह शहर पूरी तरह से नया दिखेगा.
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एनएच 80 सहित फरका का प्रभारी मंत्री ने किया निरीक्षण, कहा- समस्या का होगा समाधान
एनएच 80 सहित फरका पंचायत का बाढ से हुआ कटाव और क्षति का निरीक्षण मंगलवार को श्रम संसाधन मंत्री बिहार सरकार सह प्रभारी मंत्री भागलपुर संतोष कुमार सिंह ने किया.इस क्रम में फरका एवं एनएच 80 बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़क, पुलिया का निरीक्षण किया.मौके पर फरका पंचायत के मुखिया राजेंद्र मंडल ने निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री संतोष कुमार सिंह को एक ज्ञापन सौप मांग की कि पंचायत के लगभग चालीस परिवार का मकान कटाव से गंगा में समा चुका है. पूर्व में फरका पंचायत में हुए कटाव में विस्थापित लगभग 40 परिवार को स्थायी जमीन मुहैया करवाया जाय,मुखिया ने बताया कि मंत्री ने आश्वासन दिया कि इस पर अमल किया जाएगा.
ममलखा पंचायत के मसाढू में हो रहे कटाव से पीड़ित परिवार के लिए शीघ्र बसाने का एवं एन एच 80 जाम करने के मामले में दर्ज हुए केस को हटवाने का अनुरोध मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने किया, मंत्री ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही समस्या का निदान होगा, प्रभारी मंत्री मसाढू के कटाव पीड़ित का का दर्द सुनने नहीं पहुंचने पर कटाव पीड़ित परिवार के बीच आक्रोश का माहौल रहा.पीड़ित परिवार प्रभारी मंत्री का आगमन का बाट जोहते रहे लेकिन फरका से ही काफिला वापस हो गया.
मसाढू गांव के कटाव पीड़ितों से बिना मिले लौटे प्रभारी मंत्री
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विपिन बिहारी यादव ने प्रेस पत्र जारी कर कहा कि भागलपुर के प्रभारी मंत्री मंगलवार को बाढ़ और कटाव प्रभावित क्षेत्र में निरीक्षण के लिए पहुंचे. प्रभारी मंत्री के आगमन को लेकर लोगों ने काफी इंतजाम भी किया था. लेकिन प्रभारी मंत्री बाढ़ और कटाव क्षेत्र मसाढू से एक किलोमीटर पहले फरका से ही घूम कर वापस चले गये.
प्रभारी मंत्री का इंतजार कर रहे लोगों को आशा थी कि प्रभारी मंत्री कटाव से जो क्षति हुई है, उसका निरीक्षण कर पुनर्वास का आश्वासन देंगे. मसाढू गांव में जिनके घर कट गये हैं, वह ममलखा हाई स्कूल में शरण लिये हुए हैं. स्कूल में प्रभारी मंत्री के लिए मंच भी बनाया गया था. प्रभारी मंत्री यह कह कर लौट गये कि डीएम साहब मीटिंग के लिए बुला रहे हैं. विपिन बिहारी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार सरकार की अफसर शाही है. कांग्रेस पार्टी इसकी कड़ी आलोचना करती है.