पश्चिम बंगाल के दीनाजपुर जिला स्थित गोओलपोखर थाना क्षेत्र के किचोकटोला कनयबाड़ी की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी के अपहरण मामले में रविवार को बंगाल पुलिस भागलपुर पहुंची थी. भागलपुर की गोराडीह पुलिस के साथ संयुक्त छापेमारी कर गोराडीह थाना क्षेत्र के नदियामा गांव निवासी उपेंद्र दास के घर छापेमारी कर अपहृता को बरामद कर लिया.आरोपित विभाष कुमार दास उर्फ पुगल कुमार को गिरफ्तार कर लिया. रविवार देर रात हुई गिरफ्तारी के बाद बरामद नाबालिग और आरोपित को कोर्ट लाया गया. जहां पुलिस ने आरोपित को पश्चिम बंगाल ले जाने के लिए सीजेएम कोर्ट में 24 घंटे का ट्रांजिट रिमांड मांगा. देर शाम स्वीकृति मिलने के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस उसे लेकर वहां से चली गयी. पश्चिम बंगाल पुलिस टीम में शामिल कांड के अनुसंधानकर्ता एएसआइ प्रताप मोंडल ने बताया कि पिछले माह ही गोओलपोखर थाना में नाबालिग के अपहरण का केस उसके परिजनों ने केस दर्ज कराया था. जिसकी जांच में अपहृत नाबालिग के भागलपुर में होने की जानकारी मिली थी.
सैंडिस में मिले बच्चे को परिजनों से मिलवाया
बिहार पुलिस ने पिछले दिनों नाबालिगों के अपहरण या गुमशुदगी के मामलों को गंभीरता से लेने और उसमें त्वरित कार्रवाई करने का प्रण लिया था. इसी अभियान के तहत लापता होने के नाबालिगों की तलाश के लिए सोशल मीडिया से लेकर व्हाट्सएप ग्रूप तक लापता होने के बच्चों की तस्वीरों के साथ उनके फोटो पर डाल उनकी पहचान और पता बताने की अपील की जा रही है. इसी बीच रविवार शाम सैंडिस कंपाउंड में तिलकामांझी पुलिस ने एक भटके हुए बच्चे को बरामद किया था. पुलिस द्वारा विभिन्न माध्यमों से पता लगाने के बाद जानकारी मिली कि बच्चा तातारपुर क्षेत्र का रहने वाला मो कैफ है. तातारपुर पुलिस के सहयोग से बच्चे के परिजनों की तलाश की गयी. इसके बाद परिजनों को देर रात ही तिलकामांझी थाना बुलाकर बच्चे को सुपुर्द किया गया.
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