भागलपुर स्थित राजकीय संस्कृत कॉलेज सेंटर पर सोमवार से उपशास्त्री व शास्त्री की परीक्षा शुरू हो गयी, जो आठ अगस्त तक होगी. परीक्षा के पहले दिन ही परीक्षा नियम की धज्जी उड़ी. क्लास रूम में वीक्षक के सामने ही परीक्षार्थियों ने किताब खोलकर जमकर चोरी किया. एक-दूसरे से पूछताछ करते हुए कॉपी में उत्तर लिखा. परीक्षार्थियों के सामने वीक्षक भी कुछ नहीं कर पा रहे थे. परीक्षा को लेकर सेंटर पर पुलिस की व्यवस्था भी नहीं की गयी थी. ऐसे में चल रहे परीक्षा को लेकर सवाल उठने लगा है. उधर, केंद्राधीक्षक सह प्राचार्य डॉ प्रभाष चंद्र ने कहा कि चोरी रोकने का प्रयास किया जा रहा है. परीक्षा नियम के तहत ही लिया जायेगा. इसे लेकर वीक्षकों को दिशा-निर्देश दिया गया है. केंद्राधीक्षक ने कहा कि उपशास्त्री परीक्षा के लिए कुल 189 छात्रों का सेंटर बनाया गया है. इसमें 170 उपस्थित व 19 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. जबकि शारूत्री परीक्षा में कुल 64 छात्रों का सेंटर बनाया गया है. इनमें 62 उपस्थित व दो परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. यहां कटिहार, बौंसी, नवगछिया व गिद्धौर संस्कृत कॉलेज के छात्रों का सेंटर बनाया गया है. परीक्षा को लेकर क्लास रूम में एक-एक बेंच पर तीन परीक्षार्थियों को बैठाया गया. बताया गया कि छात्रों की संख्या ज्यादा होने पर संसाधन की कमी के कारण बैठाया गया है. ऐसे में परीक्षार्थी एक-दूसरे की कॉपी को देख-देख कर लिखते रहे. सारा कुछ होता रहा. लेकिन वीक्षक मौन रहे. सेंटर पर कई कमरा में रोशनी की कमी रही. कमरा में बिजली से बल्ब भी नहीं जल रहे थे. रोशनी की कमी के कारण छात्रों को परीक्षा देने में असुविधा भी हुई. गर्मी के बाद भी कमरा में एक-दो ही पंखा चल रहा था. अधिकतर पंखा बंद ही रहा.
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