मानसून 2022: जिले में केवल 16 प्रतिशत हुई धान की रोपनी, सूखे से निपटने की तैयारी कर रहा विभाग
राज्य में कमजोर मानसून की मार अनदाताओं को उठानी पड़ रही है. जिले में 52000 हेक्टेयर धान रोपनी का लक्ष्य रखा गया था. मगर लक्ष्य के काफी कम केवल 8472 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो पायी. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सुखाड़ निबटने की तैयारी को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी के साथ बैठक आयोजित हुई.
प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सोमवार को संभावित सुखाड़ एवं उससे निपटने के लिए तैयारी को लेकर जिलाधिकारी व कृषि विभाग के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की गयी. इसमें कृषि विभाग के सचिव डॉ एन सरवणन, कृषि निदेशक डॉ आदित्य प्रकाश, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन शामिल हुए. जिला कृषि पदाधिकारी अनिल यादव ने बताया कि जिले में 8472 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की रोपनी ही हो पायी है, जबकि मक्का का आच्छादन 44000 हेक्टेयर के विरूद्ध 43958 हेक्टेयर उपलब्धि है.
डीजल अनुदान के लिए अब तक 399 किसानों का मिला आवेदन
डीजल अनुदान का लाभ प्राप्त करने के लिए डीबीटी पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन प्राप्त करने के लिए 30 जुलाई को पोर्टल खुला है. अबतक डीजल अनुदान प्राप्त करने हेतु भागलपुर जिला में 399 आवेदन मिला है. यह योजना 31 अक्तूबर तक मान्य है. जिलाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को कड़ी चेतावनी के साथ निदेश दिया गया कि अपने अधीनस्थ किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को निदेशित करे कि वे क्षेत्र में सतत भ्रमणशील रहें. किसानों के बीच प्रचार प्रसार कर धान रोपनी करने के लिए डीजल अनुदान का लाभ लेने को प्रेरित करें. शिथिलता बरतने पर संबंधित कर्मचारी व पदाधिकारी पर कार्रवाई होगी. आकस्मिक फसल योजना हेतु तोरिया, कुल्थी, उड़द, अरहर, लोबिया, मूली एवं पालक के बीज के लिए अप्रबंधिक मांग पत्र समर्पित किया गया है. नलकूप एवं सिंचाई विभाग को निर्देश दिया गया कि अपने नलकूपों एवं नहर के माध्यम से सिंचाई के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था करें, ताकि किसान अपने प्रतिकूल मौसम में भी धान की रोपनी कर सकें. नलकूप विभाग द्वारा चालू नलकूपों की संख्या 127 प्रतिवेदित की गयी है. कृषि विभाग द्वारा चालू नलकूपों की संख्या 117 है. शेष 10 नलकूपों का सत्यापन संयुक्त रूप से कृषि समन्वयक करेंगे.