तीखी धूप से जल गयी सैकड़ों बीघे में लगी मूंग की फसल
मॉनसून किसानों को छल रहा है. बारिश के इंतजार में एक ओर धान के बिचड़ा की बुआई नहीं हो रही है, दूसरी ओर खेत में फसल तीखी धूप से जल रही है.
मॉनसून किसानों को छल रहा है. बारिश के इंतजार में एक ओर धान के बिचड़ा की बुआई नहीं हो रही है, दूसरी ओर खेत में फसल तीखी धूप से जल रही है. जिले नौ प्रखंडों के 10 हेक्टेयर भूमि में लगी मूंग की फसल तीखी धूप से काफी प्रभावित हुई. शाहकुंड, गोराडीह, जगदीशपुर में सैकड़ों बीघा में लगी मूंग की फसल पूरी तरह से जल गयी. इन प्रखंडों में लगी थी मूंग की फसल
कृषि विभाग के अनुसार कहलगांव, सन्हौला, पीरपैंती, सबौर, नाथनगर, सुल्तानगंज, शाहकुंड, गोराडीह, जगदीशपुर प्रखंड में 10 हजार हेक्टेयर भूमि में मूंग की फसल लगायी गयी थी. इसमें 50 फीसदी से अधिक फसल जल गयी. कहलगांव, सन्हौला, पीरपैंती, सबौर, नाथनगर, सुल्तानगंज के किसानों को मूंग की फसल को तीखी धूप से बचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. यहां पंपिंग सेट व अन्य जलस्रोतों से सिंचाई की व्यवस्था कर ली गयी.किसानों का दर्द
कोट:-
अगैती मूंग की फसल को बचा लिया गया. किसानों को अच्छा उत्पादन भी मिला. पिछौती मूंग की खेती पर हीट वेब का प्रतिकूल असर रहा. जैसे मूंग की खेती में फली को कम से कम तीन बार तोड़ा जाता है, जबकि गर्मी के कारण अधिकतर किसान एक बार ही तोड़ पाये. हालांकि अभी पूरी तरह से मूंग की फसल जलने की रिपोर्ट नहीं मिली है. रिपोर्ट मिलने पर मुख्यालय भेजा जायेगा.अनिल यादव, जिला कृषि पदाधिकारी, भागलपुर
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