मई में सबसे अधिक व दिसंबर में सबसे कम विवाह के शुभ मुहूर्त
नया साल शुरू हो गया है. इस साल 75 दिनों तक वैवाहिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त हैं.
नया साल शुरू हो गया है. इस साल 75 दिनों तक वैवाहिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त हैं. खरमास समाप्त होने के बाद 16 जनवरी से वैवाहिक कार्य समेत अन्य मांगलिक कार्य शुरू हो जायेंगे. जनवरी में 10 दिनों तक वैवाहिक का मुहूर्त है. मई माह में विवाह कार्यक्रम की धूम रहेगी. इस माह साल में सबसे अधिक शुभ मुहूर्त हैं.
पंडित समीर मिश्रा ने बताया कि अभी खरमास के कारण मांगलिक कार्यों पर विराम लगा हुआ है. सूर्यदेव के मकर राशि में परिभ्रमण के बाद 16 जनवरी से फिर शहनाइयों की गूंज सुनाई देने लगेगी. 2025 में मई माह में सबसे अधिक 16 दिन तक है. वहीं दिसंबर में सबसे कम तीन दिन विवाह के मुहूर्त है.पंचांग के अनुसार जनवरी में 10 दिन, फरवरी में 14 दिन, मार्च में पांच दिन, अप्रेल में नौ दिन, मई में 16 दिन व जून में पांच दिन शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है. इसके बाद जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्टूबर में विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है. इस दौरान भगवान विष्णु शयन के क्षीरसागर चले जाते हैं. फिर नवंबर में 13 दिन व दिसंबर में तीन दिन विवाह के शुभ मुहूर्त हैं.
फरवरी : 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23 और 25
मार्च 1, 2, 6, 7 और 12 अप्रैल 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 मई 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 और 28 जून : 2, 4, 5, 7 और 8नवंबर 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30
दिसंबर 4, 5 और 614 को मनायी जायेगी मकर संक्रांति
इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनायी जायेगी. इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है, जिसका अर्थ है सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ता है. पंचांग के अनुसार, ग्रहों के राजा सूर्य 14 जनवरी मंगलवार को सुबह 9 बजकर 3 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे. ऐसे में इस साल मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जायेगा.
वहीं सूर्य देव 14 मार्च को मीन राशि में गोचर करेंगे. 14 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक खरमास रहेगा. दिसंबर के अंत में फिर 15 दिन खरमास के रहेंगे. इस तरह से वर्ष में करीब दो माह खरमास व मलमास के के कारण मांगलिक कार्य नहीं होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है