संतान के कल्याण को लेकर माताओं ने की मंगल कामना, रखा जिउतिया का निर्जला व्रत
जिले में अधिकतर स्थानों पर बुधवार को पुत्र के कल्याण के लिए जिउतिया का पर्व पारंपरिक तरीके से किया गया. महिलाओं ने अपने पुत्रों की लंबी उम्र की कामना को लेकर निर्जला उपवास रखा और विधि-विधान से पूजन किया. महिलाओं ने दिन में फल व पूजन सामग्री से डाला सजाया गया.
By Prabhat Khabar News Desk |
September 25, 2024 9:19 PM
जिले में अधिकतर स्थानों पर बुधवार को पुत्र के कल्याण के लिए जिउतिया का पर्व पारंपरिक तरीके से किया गया. महिलाओं ने अपने पुत्रों की लंबी उम्र की कामना को लेकर निर्जला उपवास रखा और विधि-विधान से पूजन किया. महिलाओं ने दिन में फल व पूजन सामग्री से डाला सजाया गया. अगले दिन गुरुवार को व्रती माताओं के पुत्र डाला खोलेंगे, जिसके साथ पूजन कार्य संपन्न हो जायेगा. फिर माता पारण करेंगी.
जिउतिया पर्व को लेकर बाजार में लगी भीड़
जिउतिया पर्व को लेकर बुधवार को सुबह भी बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमड़ी. ग्राहकों ने व्रत के दिन भी पूजन सामग्री, फल, पान, जितमान धागा की खरीदारी की. 10 रुपये तक पान का छोटा बंडल बिका. ग्राहकों की भीड़ से लोहापट्टी, वेरायटी चौक, उल्टा पुल के नीचे, पटल बाबू रोड में जाम की स्थिति बनी रही. शहर के विभिन्न चौक-चौराहे की मिठाई दुकान में खाजा 140 से 200 रुपये किलो और ब्रांडेड दुकानों में 300 से 500 रुपये किलो तक बिके.
सजायी डलिया, सुनी जिमुतवाहन देवता की कथा
महिलाओं ने पूजन के बाद मंदिरों व घरों में जिमुतवाहन देवता की कथा सुनी. रेडक्रॉस रोड की सामाजिक कार्यकर्ता किरण गोस्वामी ने बताया कि संतान की लंबी उम्र के लिए व्रत कर रही हैं. देर शाम व्रत के लिए डलिया सजाकर देवता जिमुतवाहन की कथा सुनी. मुंदीचक निवासी शिक्षिका किरण जायसवाल ने बताया कि पिछले 20 साल से जिउतिया का व्रत कर रही है. इस बार भी निर्जला उपवास किया. आदमपुर की पुष्पा देवी का कहना था वह 10 वर्षों से यह व्रत कर रही है. तिलकामांझी की सरिता सिन्हा ने बताया कि उनका बेटा बाहर रहता है तो उसकी सुरक्षा की चिंता ज्यादा होती है. पुत्र के लिए काफी संयम से पूजन करती है. गुड़हट्टा चौक की नेहा कुमारी ने बताया संतान की मंगल कामना के लिए ये उपवास रखा.
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