भागलपुर के एसएम कॉलेज में गूंजा संगीत, पढ़ी गयीं कविताएं, जमकर हुआ वाद विवाद, जानें कौन रहे विजेता

भागलपुर के एसएम कॉलेज में शुक्रवार को प्रभात खबर अभिव्यक्ति कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया. इस कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने एक पर एक रचनाएं प्रस्तुत की. वाद विवाद का कार्यक्रम भी काफी बेहतर रहा.

By Ashish Jha | February 23, 2024 8:34 PM

भागलपुर. एसएम कॉलेज भागलपुर में शुक्रवार को प्रभात खबर अभिव्यक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में छात्राओं ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में कविता पाठ, भाषण और वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का संचालन कॉलेज की छात्रा कौशिकी कर रही थी. कॉलेज के प्राचार्य डा मुकेश कुमार सिंह की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ. कार्यक्रम में छात्रा संजना मुस्कान ने गिटार वादन किया. उन्होंने जब तान छेड़ा, तो तालियों की तड़तड़ाहट से पूरा हॉल गूंज गया. मौके पर निर्णायक के रूप में एनएसएस प्रोग्रामिंग ऑफिसर डाॅ हिमांशु शेखर, डाॅ पृथा बसु और डाॅ अजीत कुमार सोनू थे. मौके पर टीएमबीयू के जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ दीपक कुमार दिनकर, हिंदी विभाग की शिक्षिका पुष्पा सिंह, डाॅ आभा पूर्वे मौजूद थे.

मैं वो द्रोपदी नहीं, जो कृष्ण को बुलाऊंगी

अभिव्यक्ति कार्यक्रम में कुल 17 छात्राओं ने कविता पाठ किया. कुछ लड़कियों ने स्वलिखित कविताओं का भी पाठ किया. वे बेहद स्तरीय और सारगर्भित थी. इतिहास पार्ट तीन की छात्रा सृष्टि ने मैं वो द्रोपदी नहीं, जो कृष्ण को बुलाउंगी के माध्यम से समाज को सीधा संदेश दिया कि वह आज की लड़की और हर परेशानियों से मुकाबला करने में सक्षम है. संजना मुस्कान ने स्वलिखित कविता चिड़िया की उड़ान में लड़कियों के सपनों और दुनिया से उम्मीदों को बयां किया. अर्पिता चौधरी ने हे भीष्म तुम बोलो, प्रिय सुमन ने द्रोपदी चीरहरण, काजल ने आसपी मिल्लत, पायन ने स्त्रियों के संघर्ष पर, अंजली प्रिया ने अपना भागलपुर शहर, शिवानी कुमारी ने नारी सशक्तिकरण, टिया सिंह ने वैज्ञानिकों के कारनामे, छोटी कुमारी ने दहेज प्रथा की विसंगतियों, वैजयंती कुमारी ने दुनिया की सोच, कुमकुम कुमारी ने दहेज विरोधी, मीनू कुमारी ने लड़कियों के हौसले, सुनीता कुमारी ने जीवन पर, निशा रानी और रानी कुमारी ने भी सामाजिक विसंगतियों पर प्रहार करती कविताओं का पाठ किया.

भाषण प्रतियोगिता में भी दिखा लड़कियों का जलवा

भाषण प्रतियोगिता में ब्यूटी कुमारी ने स्वच्छता विषय पर, कल्याणी कुमारी ने हिंदी की महत्ता विषय पर, प्राची गुड़िया ने अर्थ तंत्र पर, सोनी कुमारी ने जीवन की प्रगति विषय पर और नीतू कुमारी ने चंद्रयान विषय पर अपना भाषण प्रस्तुत किया.

प्राचार्य ने कहा-प्रभात खबर ने दिया छात्राओं को अच्छा मंच

एसएम कॉलेज के प्राचार्य मुकेश कुमार सिंह ने कहा कि प्रभात खबर ने छात्राओं को अच्छा मंच देने का काम किया है. जिसके माध्यम से छात्राओं ने खुल कर अपनी बातों को दुनियां के साथ साझा किया है. पूरी टीम को धन्यवाद.
विवि के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा-सामाजिक सरोकार और निष्पक्ष पत्रकारिता करता है प्रभात खबर
टीएमबीयू के जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार दिनकर ने कहा कि सामाजिक सरोकारों और निष्पक्ष पत्रकारिता की प्रभात खबर को औरों से अलग करता है. इस तरह के कार्यक्रमों की जितनी तारीफ की जाये, वह कम है. प्रभात खबर को साधुवाद.

विजेताओं की सूची


कविता पाठ
प्रथम : संजना मुस्कान
द्वितीय : अर्पिता चौधरी
तृतीय : काजल झा, अंजली प्रिया, प्राची प्रिया
भाषण प्रतियोगिता
प्रथम : ब्यूटी कुमारी
द्वितीय : ब्यूटी
तृतीय : टिया
चौथा : स्वाति
पांचवां : कुमकुम कुमारी
वाद-विवाद प्रतियोगिता
प्रथम : सोनी कुमारी
द्वितीय : दीपा भारती
तृतीय : वैजयंती कुमारी
चौथा : पूजा कुमारी

संजना मुस्कान की कविता
चिड़ियां की उड़ान
एक छोटी सी चिड़ियां के
ख्वाब थे इतने बड़े – बड़े
ये करूंगी, वो करूंगी
गगन में अपना महल बानाऊंगी
सातों अजूबे मेरे होंगे
सारे सपने पूरे होंगे.
पर चिड़ियां इतना समझ न सकी,
थी पैरों में उसके जिम्मेदारी
इसलिए चिड़ियां उड़ न सकी
अपनी बेरियां खोल न सकी.
पिंजरे में जिसने बंद किया
उन्हीं ने उसको बोझ कहा
रोज दाना डालता वो
साथ में ताना डालता वो .
अब चिड़ियां टूट गयी
लोगों के इतने बातों से
पर लोगों को फर्क न पड़ा
उसकी ऐसी हालातों से.
चिड़ियां पर क्या गुजरेगी
ये किसी ने ना सोचा
चिड़ियां के वे पर काट दिये
कुत्तों ने उसे नोचा.
पर लोगों ने फिर भी
चिड़ियां को है गलत कहा
चिड़ियां ने अब छोड़ दी
लोगों से उम्मीद करना.
अब चिड़ियां को उड़ना होगा
अपना सपना पूरा करना होगा
लोग तो लोग ही रहेंगे
चिड़ियां को ये समझना होगा.
सपने इतने बड़े हैं तो
कोशिश इतनी बड़ी करो
तोड़ दो उस पिंजरे को
खुली गगन में सांस लो.
गगन तुम्हारा, महल तुम्हारा
सातों अजूबे तेरे हैं
पूरा करो तुम हर सपने को
क्योंकि, सपने तुम्हारे बड़े हैं.

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