सुलतानगंज. ईपीएफ राशि समय पर नहीं मिलने से नप के सफाई मजदूर सहित जमादार, पंप चालक, ड्राइवर मंगलवार से हड़ताल पर चले गये. हड़ताल के कारण शहर में कचरा का उठाव नही हो पाया. जगह-जगह कचरा का अंबार लग गया. 96 मजदूरों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन सभापति, उपसभापति व संबंधित एनजीओ को दिया है. मजदूरो ने बताया कि ईपीएफ राशि को लेकर बार-बार आश्वासन मिल रहा है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हो रहा है. जमादार को सभापति के निर्देश पर स्ट्रीट लाइट को बंद करने का आदेश दिया गया है. हम लोग इसका पालन करेंगे, लेकिन बिजली बंद करने के समय अगर किसी को करंट लग जाता है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. ड्राइवर को कचरा गिराने का स्थाई जगह नहीं रहने से ड्राइवर को बहुत तरह की परेशानी से गुजरना पड़ता है. सभी को काम नहीं करने पर हटाने की धमकी दी जाती है. कई मजदूरों ने बताया कि तानाशाही रवैया से हम लोग परेशान हैं. जमादार, रात्रि प्रहरी, पंप चालक का तीन माह से भुगतान नहीं हुआ है. स्ट्रीट लाइट बंद करने को लेकर लिखित आदेश निर्गत करें. अविलंब समस्या समाधान की मांग की है. मामले को लेकर उपसभापति नीलम देवी ने बताया कि मजदूरों का आवेदन मिला है. उनकी मांग जायज है. अग्रेतर कार्रवाई के लिए पहल किया जा रहा है. सभापति राजकुमार गुड्डू ने बताया कि पीएफ की मांग जायज है. समाधान को लेकर मंगलवार को संबंधित एनजीओ से नप के ईओ मृत्यंजुय कुमार बात कर अविलंब समाधान का निर्देश दिया है. एनजीओ ने आश्वासन दिया है कि बुधवार से सभी काम पर लौट आयेंगे. उन्होने बताया कि नप का बकाया बिजली विभाग का लगभग आठ करोड़ बाकी है. दिन में भी लाइट जलने से बिजली बिल बढ़ रहा है. निरीक्षण के दौरान दिन में भी स्ट्रीट लाइट जलने का मामला उजागर हुआ है. कार्यालय स्तर से एनजीओ को निर्देशित किया गया है. संबंधित वार्ड के जमादार को स्विच ऑफ करने का जिम्मेदारी दी गयी है. लाइट को बंद करने से ही राशि का बचाव हो सकता है. कार्यालय के निर्देश का पालन नहीं करने पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी.
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