नप क्षेत्र के 12 दुर्गा मंदिरों में दुर्गा पूजा को लेकर प्रतिमा निर्माण व विसर्जन से संबंधित अनुदेश का पालन को लेकर नप कार्यपालक पदाधिकारी ने पत्र जारी किया है. संबंधित दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष को पत्र भेजा गया है. नप के प्रधान सहायक राजीव रंजन चौधरी ने बताया कि दुर्गा पूजा, प्रतिमा निर्माण व विसर्जन से संबंधित पत्र में अनुदेश का पालन को लेकर सहमति पत्र भर कर दो सितंबर तक नप सुलतानगंज में जमा करना है, ताकि पूजा के सफल संचालन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया जा सके. अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर ही पूजा का आयोजन किया जायेगा. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद की ओर से संबंधित अनुदेश का पालन सभी दुर्गा मंदिरों में करना है.
अब प्रसाद का वितरण थर्मोकोल व प्लास्टिक के पात्र में नहीं होगा : निर्देशित किया गया है कि पूजा में प्रसाद वितरण थर्मोकोल और प्लास्टिक के पात्र में नहीं होगा. पत्र में निर्देश दिया गया है कि प्रतिमा विसर्जन के पूर्व पूजन व सजावट की सामग्री हटा लेना है. मूर्तियों को रंगने में जैव और विघटनीय रसायन पेंट का प्रयोग वर्जित है. मार्गदर्शिका में दिये निर्देश के अनुसार पर्यावरण अनुकूल सामग्री से इको फ्रेंडली मूर्तियां बनाने की बात कही गयी है. सात बिंदुओं पर सहमति देने को लेकर दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष को पत्र भेजा गया है, जिसका शत प्रतिशत अनुपालन करना है. किसी प्रकार की कमी पाये जाने पर पूजा समिति दंड के भागी होंगे. मूर्तिकार शिल्पकार नगर निकाय से पंजीकृत होंगे.
पति करता था प्रताड़ित, पत्नी छोड़ मायका गयी
पति की प्रताड़ना से आजिज पत्नी पति को छोड़ कर मायका चली गयी. सुलतानगंज थाना में रविवार को दंपती विवाद दिन भर हाई वोल्टेज ड्रामा बना रहा. थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगा थाने में आवेदन दिया था. पति से प्रताड़ित पत्नी पति के घर से भाग कर अपने मायका चली गयी. पुलिस ने रविवार को किसी तरह थाना पर पति को बुलाया. परिजन का आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा. पुलिस ने दोनों का काउंसलिंग की. महिला हेल्प डेस्क में समझौता होने के बाद दोनों साथ रहने को तैयार हुए. देर शाम पति अपने पत्नी को लेकर खुशी पूर्वक घर गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है