लॉक डाउन 2.0 की समाप्ति तक सील रहेगा नवगछिया शहर
नवगछिया : नवगछिया शहर में प्रशासन द्वारा लगाया गया सील अगर सबकुछ सामान्य रहा तो तीन मई के बाद समाप्त हो जाएगा. इस संदर्भ में नवगछिया एसडीओ मुकेश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के 28 दिन पूरे होने के बाद जिलाधिकारी के साथ बैठक होगी. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के […]
नवगछिया : नवगछिया शहर में प्रशासन द्वारा लगाया गया सील अगर सबकुछ सामान्य रहा तो तीन मई के बाद समाप्त हो जाएगा. इस संदर्भ में नवगछिया एसडीओ मुकेश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के 28 दिन पूरे होने के बाद जिलाधिकारी के साथ बैठक होगी. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा के बाद सील को समाप्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर सबकुछ सामान्य रहा तो तीन अप्रैल के बाद शहर का सील समाप्त हो जाएगा.
मालूम हो कि चार अप्रैल को नवगछिया शहर में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद प्रशासन के द्वारा नवगछिया शहर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. शहर की सभी दुकानें एवं नर्सिंग होम को भो बंद कर दिए गए थे. हालांकि पिछले दिनों नर्सिंग होम एवं निजी क्लिनिक में बीमार लोगों के इलाज किए जाने की अनुमति दे दी गई है. लेकिन शहर पूरी तरह से सील है. किसी को बाहर आने जाने की अनुमति नहीं है. प्रशासन स्तर से लोगों को राशन से लेकर अन्य प्रकार की आवश्यक सुविधा के लिए होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई है.
जिसको लेकर दुकानदार, दूध वाला, पानी आदि के लिए पास निर्गत है, जो लोगो को घर पर सुविधा मुहैया करा रहे हैं. हालांकि लोगों को योज दौरान काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. लेकिन इसके बावजूद भी शहर के लोगों ने पिछले 22 दिनों से प्रशासन द्वारा किए गए सील का पालन कर अपने अपने घरों में बंद है.सील में भी नियमों का हो रहा है उलंघननवगछिया में सील रहने के बाद भी नियमों का उलंघन खुलेआम हो रहा है. राजेन्द्र कॉलोनी में मैदान के पास ही एक मंडी विकसित हो गयी है. इस नये बाजार में सब्जी, चाय पान से लेकर राशन तक मिल रहा है.
दूसरी तरफ कॉलोनी की अधिकांश दुकानें खुलीं हैं. इधर नवगछिया बाजार के गौशाला रोड में भी कुछ किराना दुकानों को खोला जा रहा है. सुबह शाम बाजार में लोग निकल पड़ते हैं. आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा कि शहर को सील होना 20 दिन से भी अधिक हो गया है ऐसे में कालाबाजरी, मुनाफाखोरी परवान पर है. प्रशासनिक पदाधिकारियों को अब सील हटा कर लॉक डाउन का सख्ती से पालन करना चाहिये. लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों के इंतजाम के लिये काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.