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महिला काॅलेज नवगछिया में एनसीसी बैन होने की संभावना दुखद

मदन अहिल्या महिला कॉलेज में एनसीसी पदाधिकारी के नहीं होने से एनसीसी बंद होने के कगार पर है

By Prabhat Khabar News Desk | September 4, 2024 12:20 AM

मदन अहिल्या महिला कॉलेज में एनसीसी पदाधिकारी के नहीं होने से एनसीसी बंद होने के कगार पर है. एनसीसी की लक्ष्मी, शिवानी व कुसुम ने कहा कि महाविद्यालय में एनसीसी के पदाधिकारी नहीं होने से टू गर्ल्स बिहार बटालियन ने महाविद्यालय को 45 दिनों का समय दिया. पदाधिकारी का चयन करने का 40 दिन बीत चुका है. सीटीओ आंफिसर का चयन नहीं होने से एनसीसी बैन होने को है. अभाविप के प्रांत सह संयोजक सेवार्थ विद्यार्थी के अनुज चौरसिया ने बताया कि प्रधानाचार्य राजीव सिंह व विवि के कुलपति प्रो जवाहर लाल से इस दिशा में पहल करने की सूचना अभाविप कार्यकर्ताओं ने पूर्व में ही दे दी, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया, जो दुखद है. इसे जल्द समाधान करें, नहीं तो अभाविप कार्यकर्ता आंदोलन को बाध्य होंगे. राष्ट्रीय कला मंच के विश्वास वैभव ने बताया कि अभाविप कार्यकर्ता हमेशा छात्रहित में लड़ते हैं. काॅलेज प्रशासन ने अपना रवैया नहीं बदला, तो अभाविप कार्यकर्ता आंदोलन करेंगे. काॅलेज अध्यक्ष कुसुम कुमारी व एनसीसी की कोमल कुमारी ने बताया कि एनसीसी के माध्यम से नवगछिया क्षेत्र की सैकड़ो छात्राएं ट्रेंड होकर देश सेवा में जाती है और राष्ट्रीय स्तर पर अपने समाज, अपने महाविद्यालय का नाम रोशन कर आती है. महाविद्यालय में एनसीसी बंद होना दुर्भाग्यपूर्ण है. जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान होना चाहिए. मौके पर अभाविप के अनुज चौरसिया, विश्वास वैभव, कुसुम, कोमल, रोहीणी, रोशनी मौजूद थी.

सीनेट सदस्य ने कुलपति से की मुलाकात

जदयू प्रदेश महासचिव सह टीएमबीयू सीनेट सदस्य पप्पू सिंह निषाद ने टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहरलाल से मुलाकात की. उन्होंने नवगछिया अनुमंडल के सभी महाविद्यालयों जीबी कॉलेज नवगछिया, मदन अहिल्या महिला कॉलेज नवगछिया, जेपी कॉलेज नारायणपुर में पीजी की पढ़ाई शुरू करवाने के लिए निवेदन किया. कुलपति ने इसकी स्वीकृति दी. उन्होंने कहा कि नवगछिया अनुमंडल के कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई से पिछड़ा, अतिपिछड़ा व सभी समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को राहत मिलेगी. विवि के सभी कॉलेजों में खेल संसाधनों को बढ़ाने व खेल व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बात कही. मौके पर विवि के कुल सचिव प्रो विकास चंद्र, वित्तीय सलाहकार सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे.

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