सुसंस्कृत मनुष्य के रूप में विकसित होने में कला,संगीत, नृत्य, साहित्य की आवश्यकता

सुसंस्कृत मनुष्य के रूप में विकसित होने में कला, संगीत, नृत्य, साहित्य की आवश्यकता है. उक्त बातें एमएलसी डॉ एनके यादव ने रविवार को कला केंद्र की ओर से आयोजित रंग संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में कही. कहा कि रंग संध्या में बाल किशोर प्रतिभाओं को सुनना, देखना अविस्मरणीय अनुभव रहा.

By Prabhat Khabar News Desk | November 17, 2024 9:17 PM

सुसंस्कृत मनुष्य के रूप में विकसित होने में कला, संगीत, नृत्य, साहित्य की आवश्यकता है. उक्त बातें एमएलसी डॉ एनके यादव ने रविवार को कला केंद्र की ओर से आयोजित रंग संध्या में मुख्य अतिथि के रूप में कही. कहा कि रंग संध्या में बाल किशोर प्रतिभाओं को सुनना, देखना अविस्मरणीय अनुभव रहा.

इससे पहले एमएलसी, अवकाश प्राप्त उपनिदेशक जनसंपर्क विभाग शिवशंकर सिंह पारिजात, प्राचार्य कलाकेंद्र राजीव कुमार सिंह,रंगकर्मी ललन,समाजसेवी ऐनुल होदा, तकी अहमद जावेद, मैडम नीना एस प्रसाद और महबूब आलम ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया.

प्रतिभागी गायन सुर लहरी अपना शमा बांधने लगी. कला केंद्र का मंच दोनों ओर से छात्र-छात्राओं की पेंटिंग और क्राफ्ट्स से सुसज्जित था, जिसकी ओर दर्शक खींचे चले गये. वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा अब संस्कृति पर प्रहार करते हुए खुशहाल संस्कृति का निर्माण करता है. कला केंद्र हमेशा कला को परिष्कृत कर समाज को प्रस्तुत करता है. कृतिका मंजरी, प्रांजल पांडे, गार्गी पांडे, सृष्टि सिंह, आदित्य सिंह, सूर्या शौर्य, काव्यश्री,अंगराज शिवेश आदि ने शास्त्रीय संगीत, गजल और बेहतर भावों वाले चुनिंदा फिल्मी गीतों की प्रस्तुति दी. प्राचार्य राजीव कुमार ने कहा कि आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू देश के बच्चों से बहुत प्यार करते थे और उनमें वैज्ञानिक व सांस्कृतिक चेतना विकास के लिए अनेक संस्थाओं की स्थापना की थी. कलाकेंद्र भी उसी मुख्यधारा में बच्चों को शिक्षित व संस्कारित कर रहा है. नृत्य शिक्षिका नीना एस प्रसाद के निर्देशन में हर्षिता, समायरा, संवि, आर्ची, रिया सोरेन, नित्य राजपूत, आराधना मनस्वी, अवंतिका, कियाना आदि ने अपने नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया. नीलांजना, मृदुला सिंह, सौरभ, तेजस कृतिका मंजरी आदि द्वारा निर्मित पेंटिंग भी दर्शकों को आकर्षित किया. कार्यक्रम में उज्जवल कुमार घोष, जयप्रकाश कुमार, जयंत जलद, नीलम, विनय कुमार भारती, सुषमा, रजनी कुमारी आदि का योगदान रहा.

कर्ण वेल्फेयर फाउंडेशन ने की बैठक

दानवीर कर्ण वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से रविवार को बाबा मनसकामनानाथ मंदिर नाथनगर में बैठक हुई. अध्यक्षता अध्यक्ष अनिल कुमार साह ने की. सचिव प्रमोद कुमार सिन्हा ने बैठक की कार्यसूची से उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया. साहित्यकार राजेन्द्र सिंह ने स्वलिखित रचना मैं हूं चंपा एवं दानवीर कर्ण से संबंधित संकलन पर संक्षिप्त प्रकाश डाला. दानवीर कर्ण की आदमकद प्रतिमा निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया. कर्ण सरोवर एवं सनातन धर्म रक्षणी सभा भवन का जीर्णोद्धार का लक्ष्य निर्धारित किया गया. 25 नवंबर को संध्या पांच बजे कर्ण की दानवीरता विषयक संगोष्ठी करने का निर्णय लिया गया. इस मौके पर कर्ण सेना के अध्यक्ष नंदकिशोर पंडित, गोविंद अग्रवाल, लक्ष्मी कुशवाहा, संजीत सिंह, सुनीता सिंह आदि उपस्थित थे.

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