भागलपुर : गुरु पूर्णिमा पर रविवार को जिले के विभिन्न गंगा तटों बरारी सीढ़ी घाट, एसएम कॉलेज सीढ़ी घाट, पुल घाट आदि पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. अधिकतर लोग सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे और न ही प्रशासन के निर्देश का पालन कराने की कोई व्यवस्था थी. प्रशासन ने गंगा तटों पर भीड़ नहीं लगाने की बात कही थी.
बांका, गोड्डा व आसपास क्षेत्रों के श्रद्धालु गंगा स्नान करने भागलपुर पहुंचे. सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था. गंगा स्नान का सिलसिला दिनभर चलता रहा. बरारी पुल घाट पर ऐसा लग रहा था कि कहीं कोई संकट है ही नहीं. सभी जैसे-तैसे गुजर रहे थे.
एक-दूसरे से इतने नजदीक से गुजर रहे थे कि संक्रमण के खतरा को कोई नहीं रोक सकता. बाहर से श्रद्धालु कर रहे थे दर्शन सोशल डिस्टैंसिंग के तहत हुई पूजा: बूढ़ानाथ मंदिर, शिव शक्ति मंदिर, भूतनाथ मंदिर, कूपेश्वरनाथ, दुग्धेश्वर नाथ, मनसकामना नाथ आदि मंदिरों का मुख्य द्वार बंद था. हालांकि आम श्रद्धालु प्रशासनिक आदेश से अनजान मंदिर पहुंच गये थे. उन्हें बाहर से दर्शन करना पड़ा.
सावन शुरू होने से एक दिन पहले महंत, प्रबंधक व अन्य मंदिर सेवक श्रद्धालुओं को समझाते रहे. बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक वाल्मीकि सिंह, शिवशक्ति मंदिर के महंत अरुण बाबा, भूतनाथ मंदिर प्रबंधन के अमित कुमार एवं राहुल पचेरीवाला व मनसकामना नाथ मंदिर प्रबंधन कमेटी ने कहीं माइकिंग कर तो कहीं समझा कर श्रद्धालुओं को मंदिर नहीं आने की अपील की. इस दौरान आनेवाले लोगों ने बाहर से ही दर्शन किया.