श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के तत्वावधान में गोस्वामी तुलसीदास और गोपाल सिंह नेपाली का जन्मोत्सव समारोह तिलकामांझी कृषि भवन स्थित आत्मा के प्रशाल में आयोजित किया गया. श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि गोपाल सिंह नेपाली ने तुलसीदास के जीवन पर आधारित कई कविताओं की रचना की. ऐसा लग रहा है कि तुलसीदास को जन-जन तक पहुंचाने में गोपाल सिंह नेपाली की बहुत बड़ी भूमिका रही है. गोपाल सिंह नेपाली ने अपना देह भागलपुर में त्यागा, लेकिन भागलपुर में साहित्य मनीषी नेपाली के लिए कुछ खास नहीं किया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पहले कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ही पहले जन्म में महर्षि बाल्मिकी थे. उन्होंने रामायण की रचना की थी. तुलसीदास ने श्रीरामचरित मानस की रचना की. इस ग्रंथ के कारण भारत की पहचान विश्व में मानवीय मूल्यों पर आधारित देश का बन गया.
तृप्ति पांडेय रचित काव्य कुसुमांजलि का हुआ विमोचन
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है