भागलपुर एयरपोर्ट निर्माण में नई समस्या, गोराडीह और सुल्तानगंज के बीच टकराव, AAI ने सरकार से मांगी टिप्पणी

भागलपुर एयरपोर्ट कहां बनेगा? गोराडीह या सुल्तानगंज, यह एक बार फिर असमंजस का विषय बनता दिख रहा है. सुल्तानगंज में एयरपोर्ट बनाने की तैयारियों पर आपत्ति दर्ज कराई गई है. जिसके बाद एएआई ने बिहार सरकार से गोराडीह पर टिप्पणी मांगी है.

By Anand Shekhar | November 21, 2024 6:55 AM

संजीव झा, भागलपुर. भागलपुर एयरपोर्ट के निर्माण की प्रक्रिया में अब एक नया पेच फंस गया है. पहले गोराडीह में एयरपोर्ट बनाने की तैयारी चल रही थी. इसके बाद सुल्तानगंज में बनाने की तैयारी हुई. इसे लेकर अब राज्यसभा सचिवालय की परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष को पत्र भेजकर आपत्ति दर्ज कराई गई है. आपत्ति यह है कि गोराडीह ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों, राष्ट्रीय संस्थानों और बिहार-बंगाल की सीमा के करीब है। इसलिए एयरपोर्ट का निर्माण गोराडीह में ही होना चाहिए.

AAI ने बिहार सरकार से मांगी टिप्पणी

आपत्ति दर्ज होने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के महाप्रबंधक डॉ गुरुसेवक मनीष ने आठ नवंबर को बिहार सरकार को पत्र भेजा. इसमें ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के विकास के लिए गोराडीह (भागलपुर) में प्रस्तावित स्थल के संबंध में टिप्पणी उपलब्ध कराने की बात कही गई है. इसके बाद डीएम ने नौ नवंबर को अपर समाहर्ता (राजस्व) को यह पत्र भेजकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

भागलपुर सांसद ने लिखा पत्र

भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल ने 16 अक्टूबर को राज्यसभा सचिवालय की परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष को पत्र भेजा था. पत्र में कहा गया था कि बिहार कैबिनेट ने भागलपुर संसदीय क्षेत्र में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दे दी है. इसके बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. गोराडीह में निर्माण का निर्णय शुरू से ही लिया गया था. जमीन की खरीद-बिक्री पर रोक भी लगा दी गई थी. लेकिन अब यह बात सामने आई है कि भागलपुर जिला प्रशासन सुल्तानगंज में एयरपोर्ट निर्माण के लिए जमीन का चयन करने की प्रक्रिया में है.

आवेदन में बताया गया कि गोराडीह में हवाई अड्डा क्यों है जरूरी

गोराडीह के प्रस्तावित हवाई अड्डा स्थल से 15-20 किलोमीटर के दायरे में विक्रमशिला महाविहार, पीएम पैकेज के तहत प्रस्तावित विक्रमशिला सेंट्रल यूनिवर्सिटी, ट्रिपल आईटी, सीपेट, सॉफ्टवेर आईटी पार्क, इंजीनियरिंग कॉलेज, कहलगांव एनटीपीसी, प्रस्तावित पीरपैंती एनटीपीसी, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल है. बिहार-बंगाल की सीमा भी नजदीक है. इससे व्यवसायियों, अधिकारियों और पर्यटकों को हवाई सेवा का लाभ लेने में आसानी होगी. इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अनुरोध किया गया है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और बिहार सरकार समिति के माध्यम से गोराडीह में हवाई अड्डा बनाने के लिए जल्द कार्रवाई करे.

2023 में जारी हुआ था गैरसरकारी संकल्प

भागलपुर जिले में हवाई अड्डा निर्माण की मांग विधानसभा में उठाई गई थी। इस पर मंत्री ने हवाई अड्डा निर्माण के लिए सरकारी आश्वासन दिया था, जिस पर 31 मार्च 2023 को गैर सरकारी संकल्प जारी किया गया था. सरकार के स्तर पर इन कार्रवाइयों के बाद नागरिक विमानन निदेशालय के निदेशक निशीथ वर्मा ने 5 फरवरी 2024 को डीएम को आवश्यक पत्र भेजकर 475 एकड़ जमीन चिह्नित कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया था. इसके बाद जिला प्रशासन के स्तर से गोराडीह में 660.57 एकड़ जमीन का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया.

सुल्तानगंज में 855 एकड़ जमीन चिह्नित

जमीन अधिग्रहण की राशि की रिपोर्ट भी भेजी गयी. लोगों को अभी उम्मीद ही जगी थी कि हवाई सेवा जल्द ही उपलब्ध होगी, तभी सुल्तानगंज में सुल्तानगंज-देवघर पथ के पश्चिम और निर्माणाधीन फोरलेन के दक्षिण 855 एकड़ जमीन चिह्नित कर सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया.

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