यहां नववर्ष का बनने लगा माहौल और आने लगे सैलानी

शहर में कुछ ऐसे धरोहर व भ्रमण करने के स्थान हैं, जहां पर देश ही नहीं विदेश के भी सैलानी यहां घुमने आते हैं. खासकर नववर्ष पर तो आसपास इलाके के लोग जरूर ही यहां पर घुमने जाते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | December 27, 2024 9:00 PM

शहर में कुछ ऐसे धरोहर व भ्रमण करने के स्थान हैं, जहां पर देश ही नहीं विदेश के भी सैलानी यहां घुमने आते हैं. खासकर नववर्ष पर तो आसपास इलाके के लोग जरूर ही यहां पर घुमने जाते हैं. कोई अपने परिवार के साथ तो कोई अपने मित्रों के साथ. अधिकांश स्थानों पर नववर्ष को लेकर कुछ न कुछ तैयारी की गयी है. विश्व प्रसिद्ध दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में तो अभी से ही सैकड़ों की संख्या में देश के विभिन्न हिस्सों से जैन धर्मावलंबियों का घुमने के लिए आना शुरू हो गया है. कुप्पाघाट संत मेंहीं आश्रम में होगा सत्संग का आयोजन

कुप्पाघाट गंगा तट के किनारे स्थित महर्षि मेंहीं का आश्रम है. यहां पर लोगों की श्रद्धा है. इसके अलावा यहां जो फूलों की गलीचा और प्राकृतिक सजावट की गयी है. यह अनुपम है. इसे कोई भी एक बार देखना चाहता है और घूमना चाहता है. हरेक वर्ष यहां पर सैकड़ों की संख्या में जरूर जुटते हैं. नववर्ष को लेकर एक जनवरी को सत्संग का आयोजन होता रहा है. महामंत्री दिव्यप्रकाश ने बताया कि इस बार भी सत्संग व भंडारा का आयोजन होगा.

दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र

दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में भगवान महावीर समेत जैन के सभी 24 तीर्थंकर की संगमरमर की प्रतिमा बनायी गयी है. यह 12वें तीर्थंकर वासुपूज्य की जन्म स्थली होने के कारण यहां पर विशाल संगमरमर की प्रतिमा बनायी गयी है. यहां पर नक्कासी दार सजावट की गयी, जो लोगों को आकर्षित करता है. यहां की फुलवारी भी लोगों को आकर्षित करती है. इसके अलावा नववर्ष को लेकर देश के विभिन्न स्थानों से आने वाले जैन यात्रियों व अन्य सैलानियों की सुविधा को देखते हुए व्यापक इंतजाम किये गये हैं.

लाजपत चिल्ड्रेन पार्क

शहर के मध्य स्थित लाजपत चिल्ड्रेन पार्क में सालों भर युवाओं की भीड़ जुटती है. यहां पर नववर्ष को लेकर यहां पर लाइटिंग व फूलों की गलीचा की सजावट की जा रही है. प्रबंधक संजय मिश्रा ने बताया कि इस दिन के लिए मधुर संगीत बजा कर युवाओं का स्वागत किया जायेगा. यहां पर खासकर शाम को रंगीन लाइट की सजावट लोगों इस ठंड में आने को आकर्षित करेगी.

टिल्हा कोठी

टिल्हा कोठी ऐतिहासिक स्थल है. अब इसका नाम रवींद्र भवन है. यहां पर ब्रिटिश शासन काल में बिहार-बंगाल के प्रशासनिक पदाधिकारियों का कार्यालय हुआ करता था. अब यह तिलकामांझी भागालपुर विश्वविद्यालय के कई विभाग चल रहे हैं. यहां पर कई युवा नववर्ष को घुमने आते हैं. सीढ़ियों की बनावट तो अच्छी है ही, साथ ही भवन की दीवार भी दिल्ली के कनाट प्लेस सा दिखता है.

सैंडिस कंपाउंड सह जयप्रकाश उद्यान

सैंडिस कंपाउंड व जय प्रकाश उद्यान में स्मार्ट सिटी योजना के तहत भव्य सजावट की गयी है. चिल्ड्रेन पार्क को सजाया गया है, लेकिन एजेंसी के विवाद में बंद पड़े हैं. फिर भी जयप्रकाश उद्यान रमणीक होने के कारण युवाओं व परिवारों को अपनी ओर खींच रहा है. आकर्षक तितली पार्क समीप, नेहरू मेमोरियल, योग परिसर में युवाओं व बच्चों की चहलकदमी बढ़ गयी हे. क्लिबलैंड मेमोरियल समीप चिल्ड्रेन पार्क में बच्चे खेलने के लिए पहुंच रहे हैं.

युवाओं द्वारा खुद भोजन तैयार किया जाता है.

बूढ़ानाथ मंदिर में रुद्राभिषेक व शृंगार

भगवान श्रीराम के कुलगुरु वशिष्ठ मुनीबूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया कि यहां पर नववर्ष पर बाबा का रुद्राभिषेक, शृंगार महाआरती कार्यक्रम होगा. श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल किया जायेगा. शिव शक्ति मंदिर, भूतनाथ, दुग्धेश्वर नाथ, कूपेश्वर नाथ आदि मंदिरों में भी पूजा-अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी.

कुपेश्वरनाथ मंदिर में अखंड रामायण पाठ

नववर्ष आगमन पर कोतवाली चौक समीप कुपेश्वरनाथ मंदिर में 31 दिसंबर से 1 जनवरी तक 24 घंटा के लिए अखंड रामायण पाठ का आयोजन होगा. पंडित विजयानंद शास्त्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नववर्ष पर विश्व कल्याण के लिए धार्मिक अनुष्ठान होगा.

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