भागलपुर के एनएच 80 की मरम्मत के बाद एसडीओ के आदेश पर शुक्रवार की रात 10 बजे से भारी वाहनों का परिचालन शुरू कर दिया गया. लेकिन तमाम दावों के बावजूद मरम्मत का काम भारी वाहनों का दबाव नहीं झेल पाया. पहले ही दिन से एनएच पर फिर से गड्ढे बनने लगे.
राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल द्वारा पक्कीसराय के पास जिन चार बड़े गड्ढों की मरम्मत करा सड़क को मोटरेबल बनाया गया था, उनमें फिर से वाहन धंसने लगे. एक ही लीक पर ट्रक-हाइवा के लगातार चलने से टायरों की गहरी लीक बन गयी. तीखी धूप के कारण सड़क पूरी तरह सूखी हुई हैं, जिससे ट्रक चलने पर धूल का गुबार भी उठ रहा है. यदि पीछे कोई साइकिल- मोटरसाइकिल सवार होता है तो उसका पूरा शरीर धूल से भर जाता है.
मोटरेबल बनाने के लिए डाला गया स्टोन डस्ट ट्रक के साथ उड़ता है, तो अन्य चालकों को सामने कुछ दिखाई नहीं देता है. इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ गयी है. शनिवार को दिन भर बाइक व साइकिल सवार डरे-डरे चल रहे थे. पक्कीसराय स्थित धर्मकांटा के समीप, आइसीआइसीआइ बैंक की शाखा के सामने, बजरंगबली मंदिर के समीप और पक्कीसराय गांव के समीप चार जगहों पर ये गड्ढे 10 फीट से 15 फीट तक बन गये हैं.
मरम्मत कार्य में लगाया गया स्टोन डस्ट उड़कर इधर-उधर बिखर गया है, जिससे नीचे बिछाये गये 40 एमएम के मेटल व कहीं कहीं 10 एमएम साइज के पत्थर दिखने लगे हैं. आसपास के लोगों का कहना है कि यदि अभी बारिश हो जाये तो फिर से एनएच पर तालाब जैसा नजारा होगा.
उड़ते धूल के गुबार के कारण एनएच किनारे जिनके मकान हैं, उनकी जिंदगी नारकीय हो गयी है. पक्कीसराय निवासी अंकज, राहुल कुमार साह, बिजय कुमार मंडल, निर्मल साह आदि ने बताया कि सूखे में उड़ने वाले धूल घर के अंदर घुस जाते हैं. घरों में रहना मुश्किल हो गया है. दुकानदार मास्क लगाकर दुकान में बैठ रहे हैं. बारिशहोने पर सड़क पर तालाब जैसी स्थिति बन जाती है, जिससे सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाता है. वाहनों के शोर से तो पूरे साल परेशानी होती है.