बिहार के भागलपुर में नया एयरपोर्ट (Bhagalpur Airport) बनने वाला है. जिलेवासियों की यह बेहद पुरानी मांग रही है. सरकार की ओर से एयरपोर्ट निर्माण का रास्ता साफ कर दिया गया तो जिला प्रशासन ने इस एयरपोर्ट के लिए जगह ढूंढना शुरू किया. एयरपोर्ट के लिए जिला प्रशासन ने अपनी ओर से तीन जगहों का प्रस्ताव भी आगे भेज दिया है. पहले चर्चा थी कि यह एयरपोर्ट गोराडीह में बनेगा. लेकिन अब जो प्रस्ताव भेजा गया है उसमें सबसे ऊपर सुल्तानगंज की जमीन का जिक्र है. जिसके बाद अब चर्चा तेज है कि भागलपुर का नया एयरपोर्ट अब सुल्तानगंज में भी बन सकता है. फिलहाल इसपर आखिरी मुहर नहीं लगी है लेकिन भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बताया है कि इस लोकेशन के चयनीत होने से क्या फायदा हो सकता है.
गोराडीह के अलावे सुल्तानगंज के भी दो लोकेशन का भेजा प्रस्ताव
भागलपुर एयरपोर्ट गोराडीह में ना बनकर सुल्तानगंज में भी बन सकता है. फिलहाल ऐसी संभावना इसलिए जतायी जा रही है क्योंकि जिला प्रशासन की ओर से तीन प्रस्ताव सिविल विमानन निदेशालय को भेजा गया है. जिन तीन जगहों पर जमीन चिन्हित किए गए हैं उनमें दो जगह सुल्तानगंज के ही हैं. तीसरा प्रस्ताव गोराडीह का भी है. इस प्रस्ताव की खबर सामने आने के बाद अब जिले में नये एयरपोर्ट के लोकेशन को लेकर चर्चा का बाजार गरमाया हुआ है. कोई गोराडीह में ही एयरपोर्ट बनाने की मांग कर रहे हैं तो कोई सुल्तानगंज में एयरपोर्ट बनाने की पहल को लेकर खुश हैं. इस बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का बयान सामने आया है.
भागलपुर एयरपोर्ट के मुद्दे पर क्या बोले निशिकांत दुबे?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे भागलपुर के निवासी हैं और उनके प्रयास से भागलपुर को भी कई बड़ी सौगात मिलती रही है. भागलपुर में एयरपोर्ट की मांग से जुड़े सवालों पर भी पूर्व में उन्होंने कई बयान दिए हैं. प्रभात खबर डिजिटल को दिए इंटरव्यू में उनसे जब भागलपुर एयरपोर्ट के लोकेशन प्रस्ताव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भागलपुर के लोगों को तो एयरपोर्ट ही चाहिए ना. वो जिले के किसी भी लोकेशन में बने उससे क्या दिक्कत है. तीन प्रस्ताव राज्य सरकार की ओर से भेजा गया है जिसमें सुल्तानगंज के दो लोकेशन शामिल हैं. अगर सुल्तानगंज में एयरपोर्ट बनेगा तो मुझे और खुशी होगी.
सुल्तानगंज में बना एयरपोर्ट तो किन जिलों को मिलेगा सीधा लाभ?
भाजपा सांसद ने कहा कि भागलपुर के गोराडीह में भी एयरपोर्ट बने तो वही समय लगेगा और सुल्तानगंज में भी बनेगा तो लोगों को पहुंचने में वही समय लगेगा. उन्होंने कहा कि फोरलेन बनने के बाद सुल्तानगंज पहुंचने में भी बेहद कम समय लगेगा. अगर सुल्तानगंज में एयरपोर्ट बनेगा तो भागलपुर के साथ ही मुंगेर, खगड़िया, सुल्तानगंज, लखीसराय, बांका, जमुई आदि जिलों का भी विकास होगा. सुल्तानगंज से देवघर का भी अटूट रिश्ता है. बताते चलें कि गंगा पर सुल्तानगंज-अगुवानी पुल तैयार हो जाने के बाद खगड़िया, बेगूसराय आदि जिलों के लोगों के लिए भी सुल्तानगंज का सफर आसान हो जाएगा.
नीतीश कुमार और पीएम मोदी को दिया श्रेय…
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था भागलपुर में एयरपोर्ट तभी बनेगा जब नीतीश कुमार चाहेंगे. आज नीतीश कुमार ने चाहा कि भागलपुर में एयरपोर्ट बने. कैबिनेट ने पास कर दिया तो इसका काम शुरू हो गया. जो तीन प्रस्ताव जिला प्रशासन की ओर से भेजा गया है उसमें पहला प्रस्ताव सुल्तानगंज का है. जिसके कारण मुझे लगता है कि शायद सुल्तानगंज में ही एयरपोर्ट बने. उन्होंने कहा कि मेरे में सुल्तानगंज के ही संस्कार हैं क्योंकि मेरी मैट्रिक तक की पढ़ाई वहीं से हुई है. ये बड़ी खुशखबरी है. इसके लिए नीतीश कुमार की बिहार सरकार और पीएम मोदी बधाई के पात्र हैं क्योंकि बिहार के लिए जो स्पेशल पैकेज मिला है उसमें इस एयरपोर्ट की राशि भी शामिल है.
किन तीन जगहों का भेजा गया है प्रस्ताव?
गौरतलब है कि भागलपुर जिला प्रशासन की ओर से तीन जगहों का प्रस्ताव भेजा गया है. जिनमें दो लोकेशन सुल्तानगंज और एक गोराडीह का है. सुल्तानगंज-देवघर रोड से पश्चिम और निर्माणाधीन फोरलेन से दक्षिण कुल 855 एकड़ जमीन चिन्हित किया गया है जिसका प्रस्ताव भेजा गया है. जबकि दूसरी जमीन सुल्तानगंज में ही अकबरनगर-शाहकुंड रोड से पश्चिम और फोरलेन से दक्षिण है जो कुल 833.5 एकड़ है. गोराडीह में 660.57 एकड़ सरकारी जमीन होने की बात कही गयी है. जिसमें गोशाला की भी 281.57 एकड़ जमीन है. अब इन प्रस्तावों में एक पर मुहर विमानन निदेशालय लेगा और निदेशालय की अनुमति पर भू-अर्जन की कार्रवाई शुरू की जाएगी.