तीन तलाक मामले में नहीं हुई कार्रवाई, अब पति के चाचा से हलाला कराने का ससुराल वाले बना रहे दबाव

भागलपुर: खरीक थाना क्षेत्र के ध्रुवगंज गांव की ट्रिपल तलाक पीड़िता तैयबा खातून पर अब आरोपित पक्षों द्वारा केस उठाने और उसे हलाला करवाने को बाध्य किया जा रहा है. दूसरी ओर पीड़िता का कोई सुनने वाला नहीं है. इन दिनों पीड़िता थानों और विभिन्न पुलिस कार्यालयों की चक्कर काट रही है. जबकि, ट्रिपल तलाक मिलने के बाद पीड़िता ने खरीक थाने में दो मई को ही प्राथमिकी दर्ज करायी थी, लेकिन करीब तीन माह बीत जाने के बाद भी अब तक कार्रवाई नहीं हुई. अब आरोपित पक्ष के लोग पीड़िता पर हलाला का दबाव बना उसे धमकी दे रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2020 8:24 AM

भागलपुर: खरीक थाना क्षेत्र के ध्रुवगंज गांव की ट्रिपल तलाक पीड़िता तैयबा खातून पर अब आरोपित पक्षों द्वारा केस उठाने और उसे हलाला करवाने को बाध्य किया जा रहा है. दूसरी ओर पीड़िता का कोई सुनने वाला नहीं है. इन दिनों पीड़िता थानों और विभिन्न पुलिस कार्यालयों की चक्कर काट रही है. जबकि, ट्रिपल तलाक मिलने के बाद पीड़िता ने खरीक थाने में दो मई को ही प्राथमिकी दर्ज करायी थी, लेकिन करीब तीन माह बीत जाने के बाद भी अब तक कार्रवाई नहीं हुई. अब आरोपित पक्ष के लोग पीड़िता पर हलाला का दबाव बना उसे धमकी दे रहे हैं.

ससुराल वाले पति के चाचा से हलाला करवाने का बना रहे हैं पीड़िता पर दबाव

दो मई 2020 को उसने खरीक थाने में पति समेत ससुराल वालों को आरोपित बनाते हुए केस दर्ज करवाया. केस दर्ज होने के बाद भी अब तक पुलिस ने किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है. इस बीच उसकी ससुराल वालों द्वारा पति के चाचा से हलाला करने को कहा, अन्यथा किसी केस में फंसा देने की धमकी दी. इन दिनों उस पर हलाला करने का लगातार दबाव बनाया जा रहा है.

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केस देख रहे आइओ का हो गया तबादला

खरीक के थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने कहा कि पीड़िता द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के अनुसंधानकर्ता अनि विजय शंकर मिश्र हैं. पिछले दिनों ही उनका स्थानांतरण हो गया है. उन्होंने बताया कि उनके पास जो भी मामले हैं, उसका चार्ज नहीं किया गया है. इसलिए पुलिस इस मामले में तत्कालिक रूप से कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है.

क्या है मामला

पीड़िता का कहना है कि 21 सितंबर 2017 को उसकी शादी गांव के ही असूद अंसारी के पुत्र अहद अंसारी के साथ हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद ही ससुरालवालों द्वारा दहेज लाने के लिए बाध्य किया जाना लगा. पिता की जितनी हैसियत थी दहेज दिया भी, लेकिन इस बीच पीड़िता के पिता की मौत हो गयी. इसके बाद उसे दहेज लाने के लिए बाध्य किया जाने लगा और प्रताड़ना दी जाने लगी. एक मई 2020 को उसे 50 हजार रुपये लाने को बाध्य किया जा रहा था. विरोध किया, तो उसे लोहे की छड़ से पीटा गया और पति ने उसे ट्रिपल तलाक दे दिया. जब उसके घर वालों को इस बात की जानकारी मिली, तो वे लोग उसे मायके ले गये.

एसपी ने कहा…

मामले की जानकारी ली जा रही है, आरोपिताें पर कार्रवाई की जायेगी. पीड़िता के साथ यही गलत हुआ है, तो निश्चित रूप से आरोपित बख्शे नहीं जायेंगे.

स्वप्नाजी मेश्राम,

एसपी, नवगछिया

Posted By : Thakur Shaktilochan Shandilya

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