स्टेशन परिसर में नहीं लगी शीतल पेयजल की मशीन
एडीआरएम ने 19 अप्रैल को अधिकारियों को शीतल पेयजल की मशीन लगाने का निर्देश दिया
कहलगांव. प्रचंड गर्मी को देख रेल प्रशासन ने वरीय अधिकारियों को विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण कर यात्री सुविधा बहाल करने को कहा था. एडीआरएम ने 19 अप्रैल को अधिकारियों को शीतल पेयजल की मशीन लगाने का निर्देश दिया था. निर्देश का एक माह बाद भी पालन नहीं हुआ. आज भी स्टेशन परिसर में शीतल पेयजल की मशीन नहीं लग पायी है. वैसे इस स्टेशन को बी ग्रेड का दर्जा प्राप्त है. वर्तमान समय में स्टेशन परिसर में कहीं भी शीतल पेय जल की व्यवस्था नहीं है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है. यात्रियों को मजबूरन सील बंद ठंडे पानी की बोतल खरीदनी पड़ रही है. 19 अप्रैल को कहलगांव रेलवे स्टेशन पर चल रहे कार्य प्रगति तथा समर में यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो का जायजा लेने मालदा मंडल के एडीआरएम शिव कुमार प्रसाद टीम के साथ स्टेशन पहुंचे थे. जब स्टेशन परिसर में शीतल पेयजल की व्यवस्था नदारद देखी, तो वह काफी नाराज हुए थे. उन्होंने स्टेशन के प्लेटफार्म एक आरपीएफ बैरक के पास तथा प्लेटफार्म दो पर सीढ़ी के पास तत्काल शीतल पेयजल की मशीन लगाने का निर्देश अधिकारियों को दिया था. अधिकारियों ने एक-दो दिनों में मशीन लगाने की बात कही थी, लेकिन आज तक यह सुविधा बहाल नहीं हो सकी है. दैनिक यात्री तथा दूर दराज से ट्रेन पकड़ने आने वाले यात्रियों का कहना है कि रेलवे कहलगांव के यात्रियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है. यह स्टेशन औद्योगिक व पर्यटक की दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है, इसके बावजूद सबसे जरूरी सुविधाओं में शीतल पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं है. सवाल है कि एडीआरएम के निर्देश के बाद भी यात्रियों को स्टेशन परिसर में यह सुविधा नहीं मिल रही है, अब किसके निर्देश का इंतजार है.
सामाजिक संस्था के शीतल पेयजल के प्याऊ में भी नहीं रहता पानी
कहलगांव रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर आरपीएफ बैरक के पास करीब 15 दिन पूर्व शीतल पेयजल की व्यवस्था की गयी है. करीब हफ्ते भर पानी की व्यवस्था थी. वर्तमान समय में इससे भी जलापूर्ति नहीं हो रही है. रेल यात्रियों को इस भीषण गर्मी में ठंडे पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है. रेल यात्रा कर रहे शिवनारायणपुर के सोनू तथा मो आरिफ ने कहा कि सामाजिक संस्था भी नाम कमाने के लिए दो चार दिन व्यवस्था कर देती है. बाद में उसकी सुध लेना भी उचित नहीं समझती.कहते हैं शहरवासी
इस भीषण गर्मी में भी स्टेशन परिसर में शीतल पेयजल की व्यवस्था नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. -आनंद कुमारहम रेलवे को राजस्व देते हैं. मूलभूत सुविधा भी नहीं मिल रही है. वह भी एडीआरएम के आदेश के बावजूद.-ब्रजेश साहजब एडीआरएम के निर्देश का पालन नहीं हो रहा है तो अब किसके आदेश से यह सुविधा मिल पायेगी.-वीरेंद्र कुमार सिंहहम विक्रमशिला से डेली पढ़ाई करने आते हैं. स्टेशन पर एक दो दिन ही प्याऊ से ठंडा पानी मिला. -अभिषेक कुमार,छात्रसंबंधित अधिकारियों से पूछता हूं कि आखिर क्यों नहीं स्टेशन परिसर में अब तक शीतल पेयजल की मशीन लगायी गयी. -शिव कुमार प्रसाद, एडीआरएम.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है