इस जगत में भगवत कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं
भागवत कथा श्रवण मात्र से पाप से मुक्ति मिलती है. जिस स्थान पर कथा होती है
भागवत कथा श्रवण मात्र से पाप से मुक्ति मिलती है. जिस स्थान पर कथा होती है वहां भगवान विराजमान होते हैं. इस जगत में भगवत कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं है. मनुष्य को समाज में अच्छे काम करना चाहिए. भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है की कर्म ही प्रधान है, बिना कर्म कुछ संभव नहीं होता है. जो मनुष्य सत्कर्म करता है, उसे अच्छा फल मिलता है व बुरे कर्म करने वाले को हमेशा बुरा फल मिलता है. उक्त बातें कथा व्यास राधा किशोरीजी ने गुरुवार को जीछो दुर्गा स्थान परिसर में भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन प्रवचन करते हुए कही. दूसरे दिन भगवान श्रीकृष्ण की लीला के महत्व पर प्रवचन कर रही थीं. किशोरी जी ने महादेव की उपासना और प्रकृति के संबंध पर विशेष जोर दिया. इस मौके पर मुख्य यजमान प्रवीण सिंह कुशवाहा व गायत्री सिंह थे. इस मौके पर जीछो दुर्गा मंदिर की संस्थापक गीता देवी, नंदा देवी, संजय राणा, विजय आनंद चौधरी, चंदना चौधरी, प्रशांत बनर्जी, आर्यन राज, राकेश कुमार, पंडित शरद झा आदि उपस्थित थे.
भंडारा के साथ 33 दिवसीय महारुद्राभिषेक का समापन
कोतवाली चौक समीप स्थित कुपेश्वरनाथ मंदिर परिसर में भंडारा के साथ 33 दिवसीय महारुद्रभिषेक का समापन हो गया. कार्यक्रम का संचालन महंत विजयानंद शास्त्री ने किया. आयोजन में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सीए डॉ रतन संथालिया, बबली जैन, संजय चौधरी, संतोष मुरारका, मनीष केडिया, सौरभ केडिया, चेतन शर्मा, राजा शर्मा, कैलाश मंडल आदि का योगदान रहा. आचार्य विकास शर्मा, पंडित विमल चंद्र झा, आशीष शर्मा, गोविंद शर्मा, अक्षय कुमार ने पूजन कराया. भंडारा में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया
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