कुख्यात दिलखुश यादव हथियार व गोली के साथ गिरफ्तार
जेल से छुटे कुख्यात छोटुआ यादव का चचेरा भांजा डिमाहा का दिलखुश यादव हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ.
नवगछिया. सात दिन पहले जेल से छुटे कुख्यात छोटुआ यादव का चचेरा भांजा डिमाहा का दिलखुश यादव हथियार के साथ गिरफ्तार हुआ. नवगछिया पुलिस अधीक्षक पूरण कुमार झा ने प्रेसवार्ता में बताया कि गोपालपुर थानाध्यक्ष को सूचना मिली थी कि कुख्यात छोटुआ चादव का चचेरा भांजा दिलखुश यादव विक्रमशिला सेतु पहुंच पथ के एनएच-31 स्थित बंजारा होटल में हथियार के साथ अपराध की योजना बना रहा है. सूचना पर तत्काल टीम का गठन किया गया, जिसमें नवगछिया थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह, गोपालपुर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार, डीआदयू प्रभारी पवन कुमार, परिचारी प्रवर आकांक्षा सिन्हा शामिल थी. टीम ने छापेमारी की. टीम में शामिल चालक सिपाही सुनील कुमार ने बहादुरी दिखाते हुए कुख्यात आरोपित को गिरफ्तार किया. आरोपित की तलाशी में उसके पास से लोडेड कट्टा, पांच गोली मिली . सिपाही सुनील कुमार को एसपी ने पुरस्कृत किया. आर्म्स एक्ट की प्राथमिकी नवगछिया थाने में दर्ज की गयी है. गोपालपुर थाना के डिमाहा निवासी दिलखुश यादव है. छोटुआ यादव के गिरोह के सक्रिय अपराधी है. वह सात दिन पूर्व ही जेल से जमानत पर नवगछिया उपकारा से निकले था. दिलखुश यादव का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. उसके विरूद्ध हत्या के दो मामले दर्ज है. एक रंगरा थाने में दूसरा नवगछिया थाना में दर्ज है. रंगरा थाना के भवानीपुर के कुमौदी यादव के भाई को भवानीपुर चौक पर गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस मामले में वह जेल गया था. डकैती के एक मामला गोपालपुर थाना में दर्ज है. लूट के चार मामले गोपालपुर थाने में दर्ज है. चोरी का मामला दर्ज है. जानलेवा हमला व एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज है. आरोपित की जमानत रद्द करने के लिए न्यायालय को लिखा जायेगा. पुलिस ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
मारपीट व मोबाइल छीनने का मामला कराया दर्ज
कहलगांव महेशामुंडा के योगेश कुमार ने कहलगांव थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट करने तथा मोबाइल छीनने का मामला दर्ज कराया है. थाने को दिये आवेदन में उन्होंने लिखा है की मैं योग विद्यालय में आचार्य के आदेश पर पढ़ाई करा रही थी. जहां योग विद्यालय की दीवार पर चढ़ कर अक्सर कई लड़के नशा करते हैं. नशा करने को मैंने जब मना किया तो वह लोग पहले तो भद्दी-भद्दी गालियां दी. 17 मई को योग विद्यालय में घुस कर मेरे साथ मारपीट की और फिर मुझे घसीटते और मारते हुए मजार की ओर ले गये और मेरा मोबाइल छीन लिया. इस बीच मेरा गला दबाने का प्रयास किया. वह लोग 15 से 20 की संख्या में थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है