पहले स्नातक व अब पीजी के छात्रों को भी नहीं मिला अंकपत्र, आक्रोश
टीएमबीयू में कागज की कमी के कारण पहले स्नातक के छात्रों को अंकपत्र नहीं मिला. अब पीजी फाइनल के छात्रों को भी अंकपत्र विवि से जारी नहीं किया गया है.
टीएमबीयू में कागज की कमी के कारण पहले स्नातक के छात्रों को अंकपत्र नहीं मिला. अब पीजी फाइनल के छात्रों को भी अंकपत्र विवि से जारी नहीं किया गया है. ऐसे में पीजी के छात्रों में आक्रोश बढ़ने लगा है. बताया जा रहा है कि पीजी सत्र 2020-22 व 2021-23 के फाइनल वर्ष के छात्रों को अंकपत्र अबतक नहीं मिल पाया है, जबकि रिजल्ट कुछ माह पहले ही निकल चुका है. एवीबीपी के छात्र नेता कुणाल पांडे ने कहा कि उक्त सत्र के छात्रों को विवि से अंकपत्र नहीं दिया गया है. रिजल्ट के नाम पर पीजी विभागों को टीआर भेजा जाता है. ऐसे में दूसरे राज्य में आगे की पढ़ाई करने के लिए स्टूडेंट्स नहीं जा पा रहे हैं. मामले को लेकर पूर्व में विवि के वरीय अधिकारियों को आवेदन भी दिया गया, लेकिन अंकपत्र विभागों को नहीं भेजा गया. छात्र नेता ने कि अगर जल्द की अंकपत्र की नहीं होने व पर परिषद विवि में आंदोलन करेगा. पार्ट थ्री के 20 हजार छात्रों को अब भी अंकपत्र का इंतजार विवि स्नातक सत्र 2020-23 पार्ट थ्री का रिजल्ट जारी हुए दो महीने से ज्यादा बीत चुका है, लेकिन 20 हजार छात्रों को अब भी अंकपत्र नहीं मिल पाया है. छात्रनेता कुणाल पांडे ने कहा कि सत्र 2021-24 पार्ट टू का रिजल्ट विवि से जारी तो कर दिया गया है, लेकिन अब भी काफी संख्या में छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग ही है. परीक्षा देने के बाद भी छात्रों को अनुपस्थित दिखाया गया है. पार्ट टू की कॉपी का मूल्यांकन पटना में कराया गया था. बता दें कि रिजल्ट पेंडिंग को लेकर प्रतिदिन छात्र-छात्राएं विवि का चक्कर लगा रहे हैं. बोले परीक्षा नियंत्रक कागज के अभाव के कारण हो रही परेशानी विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ आनंद कुमार झा ने कहा कि कागज की कमी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. समय पर विभाग को कागज उपलब्ध करा दिया जाता, तो छात्रों को परेशानी नहीं होती. कागज खरीदारी को लेकर फाइल रजिस्ट्रार कार्यालय में बढ़ायी गयी है. कागज की व्यवस्था होते ही अंकपत्र विभागों को भेज दिया जायेगा. पेंडिंग रिजल्ट मामले में अधिकतर छात्रों का रिजल्ट तैयार कर जारी किया गया है. शेष छात्रों के पेंडिंग सुधार करने की दिशा में काम चल रहा है.