मेल नर्स तपन को निलंबित करने के विरोध में जेएलएनएमसीएच भागलपुर की नाइट शिफ्ट की सभी 80 नर्स रात 11.00 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गयीं. अधीक्षक कार्यालय के बाहर रात से लेकर मंगलवार को भी धरना पर बैठी नर्सों का कहना था कि जब सबकुछ ठीक हो गया था फिर क्यों अधीक्षक ने एकतरफा कार्रवाई की. उनका भी मान-सम्मान है.
चिकित्सक उनके साथ लगातार दुर्व्यवहार करते हैं, पर कभी भी चिकित्सकों के साथ कार्रवाई नहीं की जाती है. मंगलवार को भी अधीक्षक से वार्तालाप विफल रहा. अधीक्षक कार्यालय के सामने नर्स धरने पर बैठी रहीं. नर्सों के हड़ताल पर रहने और वरीय चिकित्सक के गायब रहने से मरीजों में तबाही है.
सोमवार को अस्पताल में इलाज के लिए आयी सुलतानगंज की रीना तड़प रही थी. पेट दर्द से वो परेशान थी, पर कोई सुननेवाला नहीं था. इधर नर्सों का आरोप था कि वो ए ग्रेड नर्स हैं और उनको निलंबित करने का अधिकार अधीक्षक को नहीं है. इस बीच बरारी थाना की पुलिस ने भी समझाने का प्रयास किया पर वो नहीं मानीं.
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अधीक्षक के नाम लिखे पत्र में उन लोगों ने लिखा है कि चिकित्सक व पुरुष नर्स के बीच दिन में हुए मामले में एकतरफा कार्रवाई की गयी है. उनका कहना है कि नर्स तपन कुमार के साथ पीजी स्टूडेंट डॉ नवीन ने दुर्व्यवहार किया है. इसलिए डॉ नवीन पर कार्रवाई हो. नर्सों का आरोप है कि जब दोनों के बीच समझौता हो गया था, फिर अचानक तपन कुमार को निलंबित क्यों किया गया. कार्रवाई तो डॉ नवीन पर होनी चाहिए.
अपने पत्र में डॉ नवीन पर कार्रवाई और तपन कुमार को निलंबन मुक्त करने की मांग करते हुए इसे सोशल मीडिया के जरिये अधीक्षक, डीएम व प्रमंडलीय आयुक्त को भेजा गया है. नर्सों का आरोप है कि अधीक्षक ने एकतरफा कार्रवाई की है. नर्स तपन ने मार भी खाया और माफी भी मांगी, पर उसे सस्पेंड भी कर दिया गया. सभी नर्स हड़ताल पर हैं और मरीज परेशान हैं.