वरीय संवाददाता, भागलपुर जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने जिलास्तरीय, अनुमंडलस्तरीय, प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी के साथ बैठक कर उन्हें लगातार तीन दिनों तक क्षेत्र में रहकर जांच से संबंधित विगत एक वर्ष के सभी लंबित आवेदनों का निष्पादन करने एवं करवाने का निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जांच के सीपी ग्राम के लंबित आवेदनों को पहली प्राथमिकता एवं सीएम पोर्टल के लंबित जांच आवेदन को द्वितीय प्राथमिकता दी जाये. इसके बाद पीएम पोर्टल, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम एवं जन शिकायत से संबंधित लंबित आवेदनों का निपटारा किया जाए. उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा देखा जाता है कि एक ही शिकायत सभी स्तर पर भेजी जाती है, इसलिए इसकी स्क्रूटनी कर लेंगे. शिकायत पत्रों को सर्वप्रथम सूचीबद्ध करेंगे. जिसमें क्रमांक, वादी का नाम, ग्राम पंचायत का नाम, परिवार का विषय एवं वादी के मोबाइल नंबर अंकित रहे. उन्होंने कहा कि राजस्व से संबंधित सर्वाधिक मामले पाये जाते हैं, जिसमें दाखिल खारिज से संबंधित पुनर्वास स्थल, जमीन के विवाद, जमीन की नापी शामिल हैं. जटिल जमनी विवाद मामले को अलग कर उन सभी को संबंधित थानों के हवाले करेंगे. सामान्य मामले को वरीय प्रभारी पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी तय कर लेंगे कि कैसे इसका निष्पादन तेजी से कराया जाये. दाखिल खारिज के मामले में भी शिकायतें प्राप्त हुई हैं. इसकी भी जांच कराई जाये. प्रखंड स्तर के जितने भी पदाधिकारी हैं उन सभी को जांच के लिए आवेदन आवंटित करें. जिला शिक्षा पदाधिकारी अपनी शिकायतों का निष्पादन तेजी से कराएं. वरीय पदाधिकारी भ्रमण के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर जरूर जायें. साथ ही कार्यालय के सभी कर्मी से मिले और कार्य प्रणाली को दुरुस्त कराएं. सभी विभाग अपने विभागीय कार्य का पैमाना तैयार लें और अपने प्रखंड स्तरीय कार्यालयों का नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें. बैठक में नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार, कहलगांव अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार मंडल, नवगछिया डीसीएलआर अर्पणा भारती, कहलगांव डीसीएलआर मो सरफराज नवाज, शाहकुंड से वरीय उप समाहर्ता चंदा भारती ने अपने-अपने सुझाव दिये. बैठक में उप विकास आयुक्त कुमार अनुराग सहित सभी वरीय पदाधिकारी शामिल रहे.
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