खिलाफतनगर में बम विस्फोट मामला : घर से बम लेकर पहुंचनेवाले राजा के पिता को पुलिस ने हिरासत में लिया
खिलाफतनगर में बम विस्फोट मामला : घर से बम लेकर पहुंचनेवाले राजा के पिता को पुलिस ने हिरासत में लिया
हबीबपुर थाना क्षेत्र के शाहजंगी स्थित खिलाफतनगर मोहल्ले में बम विस्फोट में घायल आठ में छह बच्चों का इलाज बुधवार को मायागंज अस्पताल में चलता रहा. भागलपुर पुलिस ने घटना के 27 घंटे बाद विशेष टीम और डॉग स्क्वैड के साथ घटनास्थल और उसके आसपास के मोहल्लों में पहुंच कर सर्च ऑपरेशन चलाया. हालांकि तीन घंटे तक चले इस सर्च ऑपरेशन में पुलिस कुछ भी बरामद नहीं कर सकी. पुलिस मोहल्ले के तकरीबन हर एक घर, खाली पड़े जमीनों, रेलवे ट्रैक के किनारे, कचरों के ढेर आदि जगहों पर पहुंची थी. मामले में पुलिस ने घटनास्थल के ठीक सामने रहने वाले घायल हुए तीन साल के बच्चे समर के पिता मो शाहिद को मंगलवार देर शाम ही हिरासत में लिया था. सुबह तक पूछताछ करने के बाद उसे छोड़ दिया गया. इसके अलावा पुलिस ने अब्दुल सत्तार को हिरासत में रखा है. उससे पूछताछ की जा रही है. अब्दुल सत्तार, राजा नामक बच्चे का पिता है. राजा ही घर से बम लेकर खेलने पहुंचा था. घटना में राजा भी अस्पताल में भर्ती है. मामले में पुलिस ने गंभीर रूप से घायल दो बच्चे मो मन्नु और मो गोलू की मां रुकसाना के लिखित आवेदन पर अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया है. पूछताछ के दौरान अब्दुल सत्तार ने बम के घर में रखे जाने को लेकर कोई खास जानकारी पुलिस को नहीं दी. बम के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी होने से इनकार किया है. अब्दुल सत्तार ने पुलिस को बताया कि वह यूपी के आगरा जनपद के सिकंदरा इलाके का रहने वाला है. वहां राजमिस्त्री का काम करता था. दो दशक पूर्व भागलपुर के शाहजंगी में चुन्नी उर्फ निशा से हुई शादी के बाद वह ससुराल में रहने लगा. कुछ दिनों में उसने ससुराल के पास खिलाफतनगर में ही अपनी जमीन खरीद कर घर बनाया था. वह अपने दो बेटे, एक बेटी और पत्नी के साथ रहता है. अब्दुल सत्तार ने पुलिस को बताया कि उसके तीन साले हैं. इनमें एक नसीम ने दो शादी की है. वह कबीरपुर में किराये पर कमरा लेकर रहता है. शकील झारखंड के साहेबगंज में रहता है और जसीम दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है. उसने बताया कि उसके घर में उसके साले नसीम का आना जाना है. वहीं उसका एक बड़ा बेटा है, जिनके कई दोस्त हैं. वे लोग भी उसके घर आते-जाते हैं. पुलिस मामले में सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच कर रही है. घटना के वक्त शाहजंगी तालाब के पास काम कर रहा था अब्दुल अब्दुल सत्तार ने पुलिस को जानकारी दी है कि वह अभी भी राजमिस्त्री का ही काम करता है. पिछले कुछ दिनों से उसे शाहजंगी तालाब के पास एक मकान में प्लास्टर का काम मिला था. मंगलवार पौने 12 बजे हुई घटना के वक्त भी वह शाहजंगी तालाब के पास घर में प्लास्टर का काम कर रहा था. इधर पुलिस ने जब अब्दुल सत्तार से घटना के बाद घटनास्थल पर एक बार भी नहीं दिखने के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. पुलिस को जानकारी मिली है कि विस्फोट के बाद अपने घायल बेटे और अन्य बच्चों को देखने के लिए अब्दुल सत्तार की पत्नी चुन्नी ही केवल घटनास्थल पर पहुंची थी. अब्दुल सत्तार घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पहुंचने के बजाय अपने घर पर चला गया. पुलिस इस बात का स्थापित करने के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी तलाश कर रही है.
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