भागलपुर, पटना, गया व मुजफ्फरपुर में एक सितंबर से सौ प्रतिशत प्रोपर्टी की ऑनलाइन रजिस्ट्री (मॉडल डीड) करने का लक्ष्य है. इंफ्रास्ट्रक्चर भी बना कर तैयार कर लिया गया है. कुछ कर्मियों की नियुक्ति होनी है, इसकी प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है. भागलपुर में सौ लोगों के बैठने का वातानुकूलित वेटिंग हॉल का निर्माण हो चुका है. मे आइ हेल्प यू के चार काउंटर तैयार हैं. कंप्यूटर और टेबुल-कुर्सी की खरीद हो चुकी है.
भागलपुर में संयुक्त अवर निबंधक की नियुक्ति होगी. दो कंप्यूटर ऑपरेटर भी नियुक्त किये जायेंगे. विभाग से जिला अवर निबंधक ने मांग की है. उम्मीद है कि अगस्त में इन तीनों पदाधिकारी व कर्मचारियों की नियुक्ति हो जायेगी.
मॉडल डीड पर रजिस्ट्री कराने का फायदा यह है कि डीड राइटर का शुल्क समेत कई तरह के खर्चे से क्रेता-विक्रेता बच जाते हैं. हिंदी या अंग्रेजी में दस्तावेज तैयार कर सकेंगे. जमीन या घर की बिक्री, पावर या किसी को घर जमीन दान के लिए दस्तावेज तैयार करने को लेकर मॉडल डीड से आवेदन किया जा सकता है. फॉर्म में इनके कॉलम बने हैं. इसे आसानी से कोई भर सकता है. इससे लोगों को आसानी होगी. http://nibandhan.bihar.gov.in/ पर भर सकते हैं फॉर्म.
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सबसे पहले मे आइ हेल्प यू काउंटर से मॉडल डीड प्राप्त करें
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मॉडल डीड में क्रेता-विक्रेता का नाम व पता, संपत्ति का विवरण खुद या मे आइ हेल्प यू काउंटर की मदद से भरें
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मे आइ हेल्प यू काउंटर की मदद से संपत्ति के एमवीआर मूल्य व शुल्क की गणना करें
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स्वयं या मे आइ हेल्प यू काउंटर की मदद से शुल्क रजिस्ट्री कार्यालय परिसर के एसीसी काउंटर या बैंक चालान ऑनलाइन जमा करें
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स्वयं या मे आइ हेल्प यू काउंटर की मदद से मॉडल डीड तैयार कर ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट प्राप्त करें
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निर्धारित तिथि व समय में मे आइ हेल्प यू काउंटर या काउंटर नंबर एक पर दस्तावेज प्रस्तुत करें
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आगे की प्रक्रिया स्वयं कंप्यूटराइज्ड प्रक्रिया के तहत कर ली जायेगी
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निबंधन के बाद अपना दस्तावेज लेना न भूलें
जिला अवर निबंधक डॉ पंकज कुमार बसाक ने बताया कि मॉडल डीड के आधार पर अभी भी प्रतिदिन 15-16 रजिस्ट्री हो रही है. इसे शत-प्रतिशत करने का निर्णय विभाग ने लिया है. भागलपुर में प्रतिदिन 70 से 80 रजिस्ट्री होती है. मॉडल डीड से रजिस्ट्री बहुत ही आसान प्रक्रिया है. रजिस्ट्री भी काफी कम समय में हो जाती है.