जी चाहता है ऐसा करू मुस्तफा की बात, दुनिया सुने तो समझे यही है खुदा की बात… नातिया कलाम से खानकाह-ए- शहबाजिया में गूंज उठा था. उक्त क्लाम मदरसा जामिया शहबाजिया के छात्र मो तौसिफ रजा ने पढ़ी. नातिया कलाम सुन लोग झूम उठे थे. हजरत पैगंबर साहब के यौमे पैदाइश पर खानकाह-ए-शहबाजिया में दो दिनों तक चलने वाला कार्यक्रम रविवार से शुरू हो गया. पहले दिन नातिया इनामी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें स्कूली, मदरसा के बच्चे व मुरीदीन ने भाग लिया. बच्चों ने हजरत पैगंबर साहब की शान में एक से बढ़कर एक नातिया कलाम पेश किया. विजेता बच्चों को सज्जादानशीन सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी ने पुरस्कार से नवाजा. कार्यक्रम का समापन सलाम व दुआ के साथ संपन्न हुआ. मंच संचालन मुफ्ती फारूक आलम अशरफी ने किया. मुए-ए-मुबारक की जियारत आज – सोमवार को खानकाह-ए-शहबाजिया में सुबह नौ से दस बजे तक कुरानखानी होगा. दिन के 11 बजे खानकाह में जश्न-ए- मिलादुन्नबी का आयोजन किया जायेगा. रात नौ बजे खानकाह स्थित नक्श-ए-कदम रसूल को गुस्ल दिया जायेगा. फिर शाहजहानी मस्जिद में हजरत पैगंबर साहब की मुए-ए-मुबाकर से जुड़े तबररूकात जियारत करायी जायेगी. सज्जादानशीन की अपील, डीजे नहीं बजाये – पैगंबर साहब के यौमे पैदाइश पर आज शहर के सभी मुस्लिम मोहल्लों से जुनूस-ए-मोहम्मदी निकाला जायेगा. खानकाह के सज्जादानशीन सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी ने अपील की है कि जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे नहीं बजाये. जुलूस में माइक व लाउडस्पीकर का ही उपयोग करे. लाउडस्पीकर की तीव्रता 70-75 के बीच हो. माइक पर नातिया कलाम व दरूद पढ़ते चलें. गैर जरूरी नारेबाजी नहीं करें. संयमित व अदब के साथ जुलूस में चले दोपहर 12 बजे तक जुलूस खानकाह पहुचेंगे. विशेष दुआ दोपहर 12.30 बजे होगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है