दहेज हत्या मामले में मृतका का बयान गायब करने का आरोप, डीआइजी ने दिया जांच का निर्देश
दहेज हत्या मामले में मृतका का बयान गायब करने का आरोप, डीआइजी ने दिया जांच का निर्देश
पीरपैंती थाना क्षेत्र के मानिकपुर मोहल्ले के विशाल शर्मा की पत्नी सोनल कुमारी बुरी तरह से जल गयी थी. घटना के बाद उन्हें पहले मायागंज अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने 90 प्रतिशत जलने की बात कहकर उसे रेफर कर दिया. इसके बाद परिजन उसे लेकर पटना के कुम्हरार स्थित एक निजी अस्पताल चले गये. वहां चार अप्रैल को अस्पताल द्वारा पीआइ दिये जाने के बाद अगमकुंआ पुलिस ने अस्पताल पहुंच कर मामले में बयान दर्ज किया. परिजनों का दावा है कि पटना पुलिस ने सोनल का फर्द बयान दर्ज कर उससे हस्ताक्षर भी ली थी. इसके बाद कागजी प्रक्रिया बता कुछ सादे कागजातों पर उसके पिता का हस्ताक्षर ले ली थी. फर्द बयान लिये जाने के कुछ घंटे बाद ही सोनल की मौत हो गयी थी. उक्त मामले में फर्द बयान को गायब करने का आरोप लगा मंगलवार को परिजनों ने भागलपुर रेंज डीआइजी से मुलाकात की. डीआइजी ने मामले में कहलगांव एसडीपीओ को निष्पक्ष जांच कर मृतका का मृत्यु पूर्व लिये गये फर्द बयान की स्थिति पता करने सहित मामले में अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांकी है. बता दें कि चार अप्रैल को मृत्यु के बाद जब 12 अप्रैल तक मृतका का फर्द बयान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पीरपैंती थाना नहीं पहुंची, तो मृतका की मां विंध्यावासिनी देवी ने लिखित आवेदन देकर मृतका के पति विशाल शर्मा सहित ससुराल वालों के विरुद्ध दहेज हत्या का केस दर्ज करवाया था. परिजनों का आरोप है कि मामले में पुलिस की कार्रवाई बहुत धीमी है. मामले में ठोस सबूत होने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. परिजनों ने मामले में उनकी बेटी के डेढ़ साल के बच्चे को भी अपनी कस्टडी में लेने के लिए आग्रह किया है और मामले में कोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही. मामले को लेकर परिजनों ने पीरपैंती पुलिस पर भी कई गंभीर आरोप लगाया है.
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