वर्षांत 2024-जेएलएनएमसीएच
गौतम वेदपाणि , भागलपुर
पूर्वी बिहार, कोसी, सीमांचल व संथाल परगना के करीब पांच करोड़ की आबादी के इलाज की जिम्मेदारी भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पर है. यहां वर्ष 2024 में 5.73 लाख (573158) मरीजों का इलाज ओपीडी में हुआ. जबकि, 55514 गंभीर मरीज भर्ती हुए. मरीजों की बाढ़ से पूरे साल अस्पताल की सांस फूलती रही. बावजूद इसके अस्पताल के डॉक्टर व नर्स मरीजों के इलाज में निरंतर लगे रहे. भीड़ के कारण इलाज में देरी और अन्य तकनीकी कारणों से कई बार डॉक्टर व कर्मचारी और मरीजों के बीच हंगामे व मारपीट तक की नौबत आ गयी. मामले पर अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने बताया कि बीते वर्ष लाखों मरीज का इलाज किया गया. 2025 में मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी.
बंदर के कूदने से छज्जा टूटने की घटना रहेगी याद : मायागंज अस्पताल का निर्माण आज से 53 साल पहले 1971 में हुआ था. मेंटेनेंस के अभाव में अस्पताल के कई हिस्से जर्जर हो गये हैं. पांच माह पहले बंदर के कूदने से ओपीडी परिसर की रेलिंग व छज्जा टूटकर गिर गया था. इससे आधा दर्जन मरीज घायल हो गये थे.
3737 बच्चों की गूंजी किलकारी : मायागंज अस्पताल में बीते वर्ष 3737 बच्चों की डिलीवरी हुई. प्रखंडों व पंचायतों से रेफर किये गये गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव किया गया. हालांकि, रेफर में विलंब के कारण 313 बच्चों को नहीं बचाया जा सका. ——————
ऑपरेशन हुए
मेजर – 8860
माइनर – 42003
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ओपीडी में माहवार मरीजों की संख्या
जनवरी में 38504 , फरवरी में 46928, मार्च में 51006, अप्रैल में 46196, मई में 54382, जून में 47772, जुलाई में 53139, अगस्त में 44108, सितंबर में 51551, अक्तूबर में 49044, नवंबर में 45528 व दिसंबर में 45000 से अधिक.
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भर्ती मरीजों की संख्या जनवरी में 4097, फरवरी में 4334, मार्च में 4603, अप्रैल में 4406, मई में 4613, जून में 4367, जुलाई में 4892, अगस्त में 4840, सितंबर में 5019, अक्तूबर में 4936, नवंबर में 4907 व दिसंबर में 4500 से अधिक.
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