टीएमबीयू में वेतन का दावा लेट से भेजने पर अंगीभूत कॉलेजों के प्रभारी प्राचार्यों व पीजी विभाग के हेड का वेतन कटेगा. वेतन दावा में कॉलेज व पीजी विभाग के सभी शिक्षक और कर्मचारी शामिल हैं. विवि प्रशासनिक भवन में कार्यरत कर्मचारी बिना कोई सूचना दिये अनुपस्थित रहते हैं और देरी से आते हैं. कार्यालय से पहले ही निकल भी जाते हैं. ऐसे में उनका एक दिन का आकस्मिक अवकाश (सीएल) काटा जायेगा. दरअसल, सोमवार को रजिस्ट्रार डॉ रामाशीष पूर्वे कार्य प्रणाली में सुधार लाने के लिए विवि के सभी एसओ व कर्मचारी नेता रंजीत कुमार के साथ बैठक की. उन्होंने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति के बाद निर्णय लिया गया कि कार्य प्रणाली में सभी के सहयोग से सुधार लाया जायेगा. उन्हाेंने दावा किया कि सभी लंबित फाइल दस दिनाें में निष्पादित कर दिये जायेंगे. कहा कि जाे प्राचार्य व पीजी हेड शिक्षकाें व कर्मचारियाें के वेतन दावा को हर माह के 20 तारीख तक विवि में नहीं भेजते हैं. ऐसे में एक दिन का वेतन काटा जायेगा. रजिस्ट्रार ने बताया कि वेतन दावा देरी से विवि में आने के कारण वेतन की प्रक्रिया में देरी होती है. कुलपति ने उन्हें समय से वेतन की प्रक्रिया कर भुगतान करने का निर्देश दिया है. रजिस्ट्रार ने बताया कि प्रशाखा पदाधिकारियाें को निर्देश दिया है कि पेंशनर की फाइलाें काे प्राथमिकता देते हुए निष्पादित करें. उनके एरियर व डीए के मामले भी जल्द निपटायें. कर्मचारियों का सुबह व शाम का देखेंगे हाजिरी रजिस्ट्रार डॉ पूर्वे ने कहा कि अब प्रत्येक दिन दाे समय कर्मचारियाें की हाजिरी देखेंगे. सुबह में 11.30 बजे व शाम में चार बजे. कर्मचारी इस समय अपने कार्यालय में नहीं दिखेंगे, तो उनका एक दिन का सीएल काटा जायेगा. मालूम हो कि शिक्षा विभाग ने पूर्व से व्यवस्था कर रखी है कि कर्मचारी चार दिन तक देर से कार्यालय आते हैं, तो उनका एक दिन का सीएल काटेगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने पत्र के माध्यम से इस आशय का निर्देश जारी किया था.
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