शिक्षक डाॅ सुदेश जायसवाल का पीबीएस कॉलेज ट्रांसफर
टीएमबीयू के पीजी फिजिक्स के शिक्षक डाॅ सुदेश जायसवाल मामले में जांच कमेटी ने साेमवार काे कुलपति काे रिपाेर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट के आधार पर कुलपति के आदेश पर डॉ सुदेश जायसवाल का ट्रांसफर पीबीएस कॉलेज बांका कर दिया गया है.
टीएमबीयू के पीजी फिजिक्स के शिक्षक डाॅ सुदेश जायसवाल मामले में जांच कमेटी ने साेमवार काे कुलपति काे रिपाेर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट के आधार पर कुलपति के आदेश पर डॉ सुदेश जायसवाल का ट्रांसफर पीबीएस कॉलेज बांका कर दिया गया है. इसे लेकर रजिस्ट्रार डॉ रामाशीष पूर्वे ने सोमवार को अधिसूचना जारी की है. पत्र में तत्काल प्रभाव से योगदान देने के लिए कहा गया है. साथ ही कहा गया कि उनका वेतन भुगतान कॉलेज से ही किया जायेगा. बता दें कि डाॅ सुदेश जायसवाल पर उनकी पत्नी साधना जायसवाल ने आनंदगढ़ काॅलाेनी स्थित फ्लैट बेच देने का आरोप लगाया था. साथ ही कुछ वर्षाें से भरण-पाेषण के लिए खर्च नहीं देने का भी आरोप लगाया था. साधना जायसवाल ने आरोप लगाया था कि शादी में मिले गहने के पैसे से फ्लैट खरीदा था. कुछ साल से शिक्षक उन्हें घर खर्च भी नहीं दे रहे थे. उन मामलाें काे लेकर पति-पत्नी के बीच अक्टूबर में पीजी विभाग में मारपीट भी हाे गयी थी. इसके बाद साधना जायसवाल ने कुलपति आवास के बाहर दो बार धरना दिया था. इसके बाद विवि ने जांच कमेटी गठित कर दी थी. डीएसडब्ल्यू की अध्यक्षता में पांच सदस्यों वाली कमेटी गठित की गयी थी. कमेटी ने दोनों पक्ष से पूछताछ की थी. साथ ही पीजी फिजिक्स विभाग में घटी घटना को लेकर भी हेड से पूछताछ की थी. दोनों से लिखित पक्ष भी लिखा गया था. इसके बाद कमेटी ने रिपोर्ट तैयार की थी. डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार ने कहा कि रिपोर्ट तैयार कर सोमवार को विवि प्रशासन को सौंप दी गयी. —————————— एमबीए विभाग के निदेशक को शोकॉज, 24 घंटे में मांगा जवाब टीएमबीयू के एमबीए विभाग की वेबसाइट अपडेट नहीं रहने पर निदेशक डॉ निर्मला कुमारी को शोकॉज किया गया है. उनसे 24 घंटे में जवाब मांगा गया है. कुलपति के निर्देश पर रजिस्ट्रार डॉ रामाशीष पूर्वे ने सोमवार को शोकॉज की अधिसूचना जारी की. जवाब नहीं देने की स्थिति में विवि प्रशासन एक पक्षीय कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. बताया जा रहा है कि कुलपति प्रो जवाहर लाल ने एमबीए विभाग की वेबसाइट को ऑनलाइन चेक किया, तो विभाग से संबंधित कोई जानकारी अपडेट नहीं मिली. इसे लेकर वीसी ने नाराजगी जतायी है. निदेशक पर आरोप है कि उनकी लापरवाही के कारण वेबसाइट पर जाने वाले विद्यार्थियों व विजिटरों को प्लेसमेंट से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है. पूर्ववर्ती विद्यार्थियों से संबंधित भी कोई जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है.
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