जान जोखिम में डालकर ही लोग रेलवे लाइन पार होते हैं सबौर-लैलख रेलवे स्टेशन पर लोग
जान जोखिम में डालकर ही लोग रेलवे लाइन पार होते हैं सबौर-लैलख रेलवे स्टेशन पर लोग
भागलपुर: सबौर के लैलख सहित आसपास के दर्जनों गांवों को एनएच 80 से जोड़ने के लिए लैलख-ममलखा रेलवे स्टेशन के पश्चिमी तरफ समपार बनाने की मांग ग्रामीण लंबे समय से कर रहे हैं. कई बार ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया. हल्की बारिश में कच्चा जुगाड़ पथ दलदली हो जाता है. पंचायत नवनिर्माण समिति के अध्यक्ष डॉ कुंदन मंडल, उपाध्यक्ष सुशांत कुमार हजारी ने बताया कि बरसात में आसपास के आबादी को मुख्य मार्ग पर जाने के लिए रेलवे लाइन पार करना पड़ता है.
बीमार लाचार लोगों को मुख्य मार्ग तक जाने में घंटों समय लगता है. वर्षा से रेलवे पुल से आवागमन बंद हो जाता है. जान जोखिम में डालकर ही लोग रेलवे लाइन पार होते हैं.लैलख स्टेशन के पैदल पुल में दरार,
लैलख स्टेशन पर प्लेटफाॅर्म संख्या एक से तीन को जोड़ने वाले पैदल पुल में दरार आ गया है. प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर सीढ़ी में दरार आ गयी है. ऐसे में पैदल पुल पार करने वाले यात्रियों के साथ कभी भी दुर्घटना हो सकती है. रेलवे गुणवत्तापूर्ण कार्य का दावा करता है, लेकिन ठेकेदार द्वारा किये गये कार्य पर प्रश्न चिह्न लग गया है. कार्य हुए अभी दो सावन भी नहीं बीता और प्लेटफाॅर्म का टूटना शुरू हो गया है.