मवि मसदी मुसहरी में एक बच्चों को बैग देना शिक्षिका को मंहगा पड़ गया. बच्चों की शिकायत पर अभिभावकों ने स्कूल में घुस कर शिक्षिका पर लाठी डंडे चलाये, इससे स्कूल की गरिमा तार-तार हो गयी. गुरुवार को शिक्षिका की पिटाई से स्कूल के शिक्षक नाराज हैं. घटना के बाद स्कूल के शिक्षक डरे सहमे दिखे. पुलिस के सामने शिक्षकों ने जो बताया वह सुन कर सभी दंग रह गये. शिक्षकों ने बताया कि आसपास के बच्चे स्कूल कम आते हैं. बच्चों को रोज स्कूल नहीं आने पर डांट फटकार लगाने पर अभिभावक स्कूल पहुंच कर शिक्षकों को खरीखोटी सुनाते हैं. जब रोज स्कूल नहीं आने व नाम कटने की बात कहने पर शिक्षकों धमकाया जाता है. स्कूल के आसपास लफंगे जमा रहते हैं. शिक्षक हमेशा दहशत में रहते हैं. डरे सहमे शिक्षक स्कूल में बच्चों को पढ़ते हैं. शिक्षकों को स्कूल आने-जाने में डर लगता है. स्कूल में कुल 11 शिक्षक हैं. एक दो को छोड़ कर अधिकतर बाहरी हैं. यहां शिक्षकों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है. पहले भी इस तरह की घटना स्कूल में देखने को मिली है. शिक्षकों ने कहा कि हम बच्चों को पढ़ाने दूर से आते हैं. स्कूल में हम सुरक्षित नहीं है. हमारी सुरक्षा की गारंटी हो, तभी हम पढ़ा सकेंगे. शिक्षिका पर जानलेवा हमला से स्कूल में घंटों पठन-पाठन बाधित रहा. स्कूल के शिक्षक अपनी समस्या से बीइओ को अवगत कराया है. अधिकारियों ने बताया कि स्कूल में इस तरह से घटना शर्मनाक व निंदनीय है. शिक्षकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हर हाल में तय होगी.
केयर एट होम के बेहतर अनुश्रवण के लिए की समीक्षा बैठक
प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में चिह्नित कुपोषित 670 बच्चों के घर पर जाकर उचित देखरेख कर अन्य बच्चों की तरह स्वस्थ बनाने के लिए चलायी जा रही केयर एट होम कार्यक्रम के बेहतर संचालन के लिए बीडीओ अभिमन्यु कुमार ने अधिकारियों के साथ गुरुवार को समीक्षा बैठक की. प्रत्येक चार पंचायतों में वरीय अधिकारियों की देखरेख में 45 दिनों में कुपोषित बच्चों को सामान्य कुपोषित व पुनः सामान्य बच्चों की तरह उम्र के समानुपातिक वजन तक लाने के लिए आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं के माध्यम से सरकार की ओर से प्रदत्त मेडिकल किट सहित दवा व पोषण आहार देने के लिए निर्देशित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है