कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों में गर्दन और कमर दर्द ज्यादा

लायंस क्लब ऑफ भागलपुर प्राइम और प्रो स्पाइन भागलपुर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को गोशाला सभागार में ऑफिस सिंड्रोम पर स्पाइन स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ.

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2024 9:58 PM

लायंस क्लब ऑफ भागलपुर प्राइम और प्रो स्पाइन भागलपुर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को गोशाला सभागार में ऑफिस सिंड्रोम पर स्पाइन स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन आइएमए के अध्यक्ष डॉ सोमेन कुमार चटर्जी ने किया. उनके साथ मुख्य अतिथि मनोरोग विभाग के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार भगत, विशिष्ट अतिथि विनोद अग्रवाल, पंकज टंडन, गोशाला के महामंत्री गिरधारी केजरीवाल आदि थे.

मुख्य वक्ता फिजिकल थेरेपिस्ट डॉ प्रणव कुमार थे. इन्होंने कंप्यूटर पर लगातार बैठकर काम करने वालों की प्रमुख समस्याओं गर्दन दर्द, कमर दर्द, घुटने और कलाई के जोड़ों में दर्द आदि पर विस्तार से चर्चा की. बताया कि लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करने से उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा और पानी की कमी जैसी प्रणालीगत समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं. इसके साथ ही मानसिक समस्याओं जैसे अवसाद, चिंता, ध्यान की कमी और खराब कार्य प्रदर्शन पर भी चर्चा की. उन्होंने सही एर्गोनॉमिक्स और उचित कार्य मुद्रा के महत्व को समझाया और बैठने के लिए 90 डिग्री नियम तथा काम के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेने के लिए 20 मिनट नियम की जानकारी दी.

डॉ सोमेन कुमार चटर्जी ने कहा कि आज के जीवन में कंप्यूटर और मोबाइल का उपयोग अनिवार्य हो गया है, लेकिन इसके साथ ही सही मुद्रा और काम के घंटों पर ध्यान न देने से दीर्घकालिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती है. उन्होंने बताया कि अगर लोग समय पर सावधानी नहीं बरतेंगे, तो यह स्थायी विकलांगता का कारण बन सकता है, इसलिए शरीर की देखभाल और सावधानी बरतना बेहद आवश्यक है.

मुख्य अतिथि डॉ अशोक कुमार भगत ने कहा कि एक मनोरोग विशेषज्ञ के रूप में वह कई युवाओं को देख रहे हैं, जो कार्य के दबाव को सहन नहीं कर पाते और अवसाद में चले जाते हैं. उन्होंने बताया कि मानसिक स्थिरता बनाए रखना और अपनी शारीरिक एवं मानसिक क्षमता के अनुसार ही कार्यभार निर्धारित करना जरूरी है. इस मौके पर सुमित जैन, अभिषेक डोकानिया, सुधांशु शेखर, आयुष छापोलिका, डॉ सुधीर कुमार आशीष कुमार उपस्थित थे. मंच का संचालन सुमित जैन ने किया, तो धन्यवाद ज्ञापन लायन बरखा बुधिया ने किया.

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