बरारी गंगा घाट : गंदगी फैलाने वाले दुकानदार के खिलाफ प्लास्टिक वैन प्रभारी करेंगे छापेमारी, घाट पर रखा जायेंगे कूड़ेदान

बरारी गंगा घाट के पानी में गंदगी है. पानी में हद से ज्यादा दुर्गंध है.

By Prabhat Khabar Print | June 30, 2024 4:41 AM

प्रभात इंपैक्ट :::::::::::::

फोटो : सिटी में ब्रजेश नाम के फोल्डर में

-प्रभात खबर पिछले चार दिनों से लगातार प्रमुखता से उठा रही है बरारी गंगा घाट की समस्या को, मेयर ने ली संज्ञान और उन्होंने भी परिसदन की बैठक में जोरदार ढंग से मुद्दे को उठायी.

-नगर सरकार और नगर प्रशासन संयुक्त रूप से करेंगे निरीक्षण और घाट के सौंदर्य के लिए लेंगे और भी कई फैसले

वरीय संवाददाता, भागलपुर

बरारी गंगा घाट के पानी में गंदगी है. पानी में हद से ज्यादा दुर्गंध है.कचरे का अंबार के चलते लोग गंगा स्नान करने से वंचित हो जा रहे हैं. यह समस्या गंगा घाट पर पहुंचने वाले हजारों लोगों की है. अंतिम संस्कार के बाद रिवाज है गंगा स्नान करना, लेकिन वे सभी शरीर पर सिर्फ जल छिड़क कर परंपरा का निर्वहन कर लौट जाने को विवश है. प्रभात खबर पिछले चार दिनों से बरारी गंगा घाट की समस्या को लगातार प्रमुखता से उठा रही है. प्रभात खबर में उठाये गये मुद्दे पर शनिवार को परिसदन में नगर प्रशासन की जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में मेयर डा बसुंधरा लाल ने इसको जोरदार ढंग से उठायी. मेयर ने कहा कि बरारी पुल घाट पर कचरे का अंबार है. यहां शवदाह करने के बाद लोग स्नान करते हैं. पर्व त्योहार अब श्रावणी मेले में लोग स्नान करेंगे, लेकिन घाट पर गंदगी का अंबार है. इसके बाद बैठक में निर्णय हुआ कि दुकानदार द्वारा घाट पर कचरा फेंकने के खिलाफ प्लास्टिक वैन प्रभारी छापेमारी करेंगे. साथ ही घाट पर कूड़े दान रखा जायेगा. यह भी फैसला लिया गया कि नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह और मेयर डा बसुंधरा लाल संयुक्त रूप से स्थल निरीक्षण करेंगे और इसके बाद और नीतिगत फैसला लेंगे, ताकि गंगा घाट की सौंदर्य बनी रहे.

हथिया नाले की सफाई जब तक पूरी नहीं होगी, तब शहर में जलजमाव का समाधान नहीं

मानसून को लेकर शहर के विभिन्न वार्ड क्षेत्रों में होने वाले जलजमाव पर प्रभावी नियंत्रण एवं नागरिक सुविधा बहाल करने के लिएबैठक हुई. अध्यक्षता मेयर डा. बसुंधरा लाल ने की. नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देश पर नगर आयुक्त ने सांसद, विधायक, विधान पर्षद, मेयर, डिप्टी मेयर व पार्षदों के साथ जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया, जिसमें विधायक व सांसद के प्रतिनिधि शामिल हुए. मेयर डा. बसुंधरा लाल ने कहा कि शहरी क्षेत्र में जलनिकासी के निदान के लिए सुझाव लेना विभाग की अच्छी पहल है. लेकिन, मुख्य नाले यानि हथिया नाले की सफाई जब तक पूरी तरीके से नहीं होगी तब तक शहर में जलजमाव का समाधान नहीं हो सकता है. आनंद चिकित्सालय मार्ग में जलनिकासी की समस्या के निदान में किए गए पहल पर उन्होंने चर्चा की. इस बात से भी अवगत कराया कि किस तरह से पटल बाबू मार्ग से डिक्शन मार्ग के बीच 700 मीटर नाले की उड़ाही में तीन माह लगे. छह फीट तक गाद की उड़ाही की गयी. सतह स्तर से उड़ाही के बाद आनंद चिकित्सालय मार्ग में जलजमाव की समस्या नहीं है. इसी तरह शहर के सभी हथिया नाले की उड़ाही के लिए कार्ययोजना तैयार करना होगा. चाहे इसमें दो वर्ष का समय ही क्यों नहीं लगे. पानी अपना रास्ता स्वयं ढूंढ लेती है. छोटे नाले से मुख्य नाले के मुहाने में जाम रहने के कारण निकास प्रभावित होता है. हथिया नाला जाम होगा तो जलजमाव होगा.

जलजमाव की परेशानी से बचाव के लिए मेयर ने हार्वेस्टिंग बनाने का दिया प्रस्ताव

मेयर ने कहा कि लोहापट्टी मेंं सड़क से ऊंचा नाला ही जलजमाव का मुख्य कारण है. इसका 68 लाख का प्राक्कलन बना है, लेकिन निगम प्रशासन ने स्वीकृति नहीं दी. वहीं, जहां जलजमाव हो रहा है. वहां वाटर हार्वेस्टिंग बनाने का प्रस्ताव मेयर ने दिया. शहर में 10 से 15 स्थानों पर हार्वेस्टिंग कर भूगर्भ जल संचय किया जा सकता है. इस पर नगर आयुक्त ने कहा, 10 गुणा 10 वर्ग फीट का वाटर हार्वेस्टिंग बनाया जा सकता है. इसके लिए निगम के अमीन वैसे स्थलों का सर्वे करेंगे जहां गड्ढे में बसावट है और जलजमाव होता है. अमीन द्वारा सर्वे के दौरान स्थानीय पार्षद का सहयोग भी लेंगे. अब योजनाओं के शिलापट्ट में विधायक, सांसद, विधान पर्षद, मेयर, डिप्टी मेयर व पार्षदों का भी नाम अंकित होगा. सभी को आमंत्रित किया जाएगा.

स्वच्छता प्रभारी को सितंबर तक का फॉगिंग रोस्टर बनाने का मिला निर्देश

नगर आयुक्त ने स्वास्थ्य शाखा प्रभारी को निर्देश दिया कि 15 दिनों का फागिंग के रोस्टर नहीं बल्कि सितंबर माह तक रोस्टर बनाये. पार्षदों ने फागिंग में कम ईधन देने की शिकायत की. जिसपर ईंधन बढ़ाने के साथ मुख्य मार्ग में बड़े मशीन से फागिंग करायी जायेगी.

शहर के दक्षिणी व पश्चिमी क्षेत्र में अमृत मिशन 2.0 से होगा जलजमाव का निदान

नगर आयुक्त ने शहर के दक्षिणी व पश्चिमी क्षेत्र में जलनिकासी की समस्या का निदान अमृत मिशन 2.0 की 270 करोड़ रुपये से स्ट्राम वाटर ड्रेन योजना की जानकारी दी. पूरे शहर में मुख्य नाले का निर्माण संबंधी डीपीआर तैयार हो गया है. बुडको के माध्यम से इसकी निविदा की तैयारी है.

अगले माह तक होगी नाले की उड़ाही

बैठक में तय हुआ कि जुलाई तक नाले की उड़ाही होगी. गोरधैय नदी के मुहाने तक 600 हाईवा मलबा निकाला गया है. हथिया नाले की सफाई के लिए कम राशि खर्च करने के सुझाव भी मांगा गया. जिसे डंपिंग ग्राउंड में डंप किया जायेगा.

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