पुलिस सतर्क रहती, तो उजानी में महिला को गोली मारने की घटना नहीं होती
नवगछिया थाना की पुलिस सतर्क रहती तो संभवत: उजानी में महिला को गोली मारने की घटना नहीं होती
नवगछिया थाना की पुलिस सतर्क रहती तो संभवत: उजानी में महिला को गोली मारने की घटना नहीं होती. पीड़ित महिला के पति के बयान पर नवगछिया थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी, जिसमें गांव के ही मो मोनू, मो तन्नो, मो भुट्टो, सोनू आलम, बिट्टु कुमार, मो साबिर को नामजद आरोपित बनाया है. मो कामरान ने पुलिस को बताया कि 28 जून को 12.30 बजे पूरे परिवार के साथ राजेंद्र कॉलोनी डीलर से राशन उठाने जा रहा था. मो मोनू, मो तन्नो, मो भुट्टो ने मुझे रोक लिया. टोटो में जगह मांगने लगे. विरोध करने पर मेरे मां, बाप, भाई, बहन, भाभी को पीट दिया. मारपीट का विरोध करने पर हथियार दिखा कहा कि यदि तुम केस करोगे, तो तुमलोगों की हत्या कर दूंगा. तीनों आपराधिक प्रवृति के लोग है. नवगछिया थाना में जाकर आवेदन दिया. आवेदन देकर घर चला आया. आवेदन के आधार पर पुलिस आरोपितों की धड़पकड़ करती, तो संभवत: महिला को गोली मारने की घटना नहीं होती. अपराधियों ने रात के दो बजे सभी नामजद आरोपित घर का टटिया तोड़ कर अंदर आये. कट्टा लेकर हवा में दो फायर किया, जिससे हम लोग डर के मारे इधर-उधर रूम में छिप गये. जैसे ही मेरी पत्नी मुझत खातून को इन लोगों ने देखा, तो उसको गोली मार दी. गोली मारने के बाद सभी फरार हो गये. 112 नंबर पर घटना की जानकारी दी. पुलिस ने घायल पत्नी को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करवाया, वहां से बेहतर इलाज के लिए भागलपुर अस्पताल रेफर कर दिया. पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है.
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