भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल-शिक्षक और छात्रों को पुलिस ने पीटा, जानिए लाठीचार्ज की वजह…
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल-शिक्षक और छात्रों को पुलिस ने पीट दिया. हॉस्टल के अंदर घुसकर पुलिस ने क्यों लाठीचार्ज किया. इसकी पूरी वजह जानिए...
भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (बीसीइ) में सोमवार रात जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की शिकायत के बाद पुलिसकर्मियों ने सीनियर छात्रों समेत प्राचार्य, शिक्षकों व कर्मचारियों की भी लाठी-डंडे से पिटाई कर दी. मंगलवार को यह जानकारी कॉलेज के प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश राय ने मीडियाकर्मियों को दी. उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों ने बिना अनुमति के लाठीचार्ज किया. मेरे पैर व पीठ पर डंडे बरसाये गये.
कॉलेज के शिक्षक-कर्मी समेत छात्र जख्मी
कॉलेज के शिक्षक डॉ केएन राम, सुबोध कुमार, शैलेश कुमार, ऋषिकेश चौधरी, निखिल कुमार, आशीष सिंह समेत दर्जनों छात्र जख्मी हो गये. एक छात्र साहिल कुमार व सुरक्षा एजेंसी के सुपरवाइजर सुभाष के सिर में गंभीर चोट आयी हैं. छात्र को मायागंज अस्पताल ने रेफर कर दिया है. मामले की पूरी जानकारी एसएसपी को दी गयी है. एसएसपी ने लिखित रूप से मामले की पूरी जानकारी मांगी है. आवेदन की प्रति साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग व डीएम को दी जायेगी. कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है. छात्रों द्वारा लिये गये मोबाइल के फोटो व वीडियो जुटाये जा रहे हैं.
पूरी घटना पर बोले प्राचार्य
कॉलेज के प्राचार्य ने कहा कि सोमवार रात जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग की शिकायत के बाद हॉस्टल नंबर छह गये थे. वहां पर जब छात्र शोरगुल करने लगे, तो एक शिक्षक ने इसकी जानकारी औद्योगिक प्रक्षेत्र जीरोमाइल थाना को दी. जब थाना के कुछ पुलिसकर्मी पहुंचे, तो मामला शांत हुआ. इसके बाद पुलिस से सूचना मिली कि बाहर निकलते समय उनकी जीप पर पत्थर फेंका गया. इसके बाद भारी संख्या में पुलिसकर्मी कॉलेज परिसर पहुंचे.
प्राचार्य समेत शिक्षक पहुंचे, पुलिस पर लाठी बरसाने का आरोप
प्राचार्य ने कहा कि घटना की सूचना पर मैं अपने शिक्षकों के साथ सीनियर छात्रों के हॉस्टल पहुंचा. वहां पर सभी को पीट दिया गया. मंगलवार को एसएससपी की सलाह पर हॉस्टल बंद कर सभी छात्रों को घर भेजा गया. रैगिंग करनेवाले छात्रों पर कार्रवाई की जायेगी. यह मामला रैगिंग से ही शुरू हुआ. घटना के कारण मंगलवार को कॉलेज में कक्षा नहीं हुई.
कई लैपटॉप व मोबाइल को तोड़ा गया
बीसीइ के हॉस्टल नंबर एक व चार में रह रहे सीनियर छात्रों ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने सभी छात्रों की बेरहमी से पिटाई की. छात्रों ने अपने शरीर के जख्म को दिखाते हुए कहा कि कमरे का दरवाजा खोलकर हमें पीटा गया. हमारे लैपटॉप, मोबाइल व बाइक को तोड़ा गया. बाथरूम में घुसे छात्रों को दरवाजा तोड़कर मारा गया. बाथरूम के बेसिन को चकनाचूर कर दिया गया.
हमें ऐसे मारा गया जैसे हम छात्र नहीं, आतंकवादी हैं- बोले छात्र
सीनियर छात्रों ने बताया कि हमें ऐसे मारा गया जैसे हम छात्र नहीं, आतंकवादी हैं. सीनियर छात्रों ने बताया कि हॉस्टल नंबर छह में जब कॉलेज के शिक्षक निरीक्षण करने पहुंचे तो जूनियरों ने खराब खाना देने की शिकायत पर शोरगुल किया. जूनियर छात्रों की मांग का समर्थन करने हम वहां गये. जबकि हमारे ऊपर रैगिंग की शिकायत कर दी गयी.
एसडीओ ने कहा कि मामले पर कार्रवाई कीजिए
मंगलवार दोपहर को बीसीइ के प्राचार्य के साथ एसडीओ धनंजय कुमार व सिटी डीएसपी अजय चौधरी ने मीटिंग की. मीटिंग के बाद प्राचार्य ने बताया कि एसडीओ ने कहा है कि कॉलेज में हंगामा करने वाले छात्रों पर कार्रवाई करने की बात कही है. इसकी प्रक्रिया चल रही है.