कहलगांव टाउन हॉल पर पुलिस का कब्जा

एनटीपीसी निर्मित टाउन हॉल को करीब साढ़े तीन साल से पुलिस जवानों ने अपने कब्जे में ले रखा है, इससे बुकिंग नहीं हो रही है

By Prabhat Khabar News Desk | June 17, 2024 12:49 AM

एनटीपीसी निर्मित टाउन हॉल को करीब साढ़े तीन साल से पुलिस जवानों ने अपने कब्जे में ले रखा है, इससे टाउन हॉल की बुकिंग नहीं हो पा रही है. शहरवासी किसी भी तरह के कार्यक्रम के लिए प्राइवेट भवन या होटल जाकर बड़ी राशि खर्च कर रहे हैं. एनटीपीसी कहलगांव ने तत्कालीन विधायक सदानंद सिंह की अनुशंसा पर नैगम सामाजिक दायित्व के तहत इस भवन का निर्माण कराया था. 2016-17 में बने इस टाउन हॉल की देख-रेख की जिम्मेवारी शारदा पाठशाला हाई स्कूल के विद्यालय प्रबंध समिति को सौंपी गयी थी. संचालन के लिए केयर टेकर बहाल किया गया है, जिसे प्रति माह 5000 रुपये दिया जाता है. कोरोना काल में कहलगांव के एसडीपीओ ने मद्य निषेध विभाग की पुलिस को ठहराने के लिए शारदा पाठशाला प्रबंधन से मौखिक आग्रह कर यह भवन लिया था. शारदा पाठशाला के विद्यालय प्रबंध समिति ने कोरोना काल समाप्ति के बाद तत्कालीन एसडीएम सुजय कुमार सिंह को लिखित में टाउन हॉल खाली कराने का अनुरोध किया था. स्थानीय विधायक सह विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष पवन यादव ने भी एसडीपीओ को स्थल खाली करने को कहा, बावजूद खाली नहीं कराया जा सका है.

पुलिस प्रशासन को विद्यालय प्रबंध समिति को देने होंगे 64 लाख किराया : पवन यादव

विधायक सह विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष पवन यादव ने कहा कि एसडीपीओ से परिसर को खाली करवाने को कहा गया है, लेकिन खाली नहीं किया गया. हम पुलिस प्रशासन से पिछले साढ़े तीन साल का भाड़ा 5100 रुपये प्रति दिन के हिसाब से मांग करेंगे. जो तकरीबन 64 लाख रुपये होता है, ताकि इससे होने वाली आर्थिक क्षति की पूर्ति हो सके.

कहते हैं प्रभारी प्राचार्य

शारदा पाठशाला के प्रभारी प्राचार्य जय नंदन मंडल ने कहा कि एसडीपीओ के आग्रह पर बज्रदल तथा मद्य निषेध के जवानों को ठहरने के लिए दिया गया था. अब तक खाली नहीं किया है. टाउन हॉल की बुकिंग नहीं हो पा रही है. केयर टेकर को प्रति माह पांच हजार रुपये देना पड़ता है.

टाउन हॉल हो चुका है जर्जर, नहीं हो रहा मेंटेनेंस

लगभग एक करोड़ से निर्मित टाउन हॉल की स्थिति दयनीय हो गयी है. देखरेख के अभाव में भवन केपंखे काम नहीं कर रहे हैं. फॉल्स सिलिंग व टाइल्स कई जगह टूटने लगे हैं.

शहरवासियों में प्रशासन के विरुद्ध नाराजगी

शहर के प्रबुद्ध लोगों का मानना है सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए बनाया गया यह भवन आज पुलिस शरणगाह बन कर रह गया है. लोगों में प्रशासन के प्रति नाराजगी है. टाउन हॉल स्थानीय नागरिकों के उपयोग के लिए है. फिलवक्त यह भवन पुलिस के कब्जे में रहने से कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन में परेशानी होती है.

रणधीर चौधरी, अध्यक्ष,नागरिक विकास समिति

एनटीपीसी ने सीएसआर के तहत नगरवासियों की सुविधा के लिए टाउन हॉल बना कर सौंपा है. सरकारी कब्जा गलत है, इसका उपयोग सामुदायिक हित में होना चाहिए.

प्रो पवन कुमार सिंह, रिटायर्ड, एसएसवी कॉलेज कहलगांव

सभी के आवाज उठाने पर सभागार का निर्माण हुआ. पिछले कई वर्षों से उत्पाद पुलिस का यह ठिकाना बन गया है. अविलंब टाउन हॉल मुक्त किया जाय.

गौतम चौधरी, शहरवासी कहलगांव.

एसडीओ कहलगांव ने कहा कि टाउन हॉल खाली करवाने के लिए एसडीपीओ को कहा गया है. वहां रहने वाले पुलिस जवानों के ठहरने के लिए जगह चिह्नित कर दिया गया है.

अशोक मंडल, एसडीओ, कहलगांव.

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