बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर पशुपालन विभाग ने शुक्रवार को समीक्षा की. जिले के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में 28 केंद्र व 38 उप केंद्र बनाने की तैयारी है. भागलपुर सदर क्षेत्र में 14, कहलगांव अनुमंडल में चार, जबकि नवगछिया अनुमंडल में 10 केंद्र बनाये जायेंगे, जहां बाढ़ग्रस्त पशुओं की चिकित्सा की सुविधा होगी. इतना ही नहीं बांका, जमुई व शेखपुरा से अतिरिक्त पशुचिकित्सक को लाने की तैयारी शुरू हो गयी है.
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ अंजनी कुमारी सिन्हा ने बताया कि 28 पशु चिकित्सकों के अलावा चिकित्सक की कमी को पूरा करने के लिए रीजनल डायरेक्टर को पत्र लिखकर बांका, जमुई व शेखपुरा से अतिरिक्त चिकित्सक की मांग की गयी है. इसकी सूची शीघ्र ही मिलने की संभावना है. सभी पशु चिकित्सा केंद्र व उप केंद्र के लिए चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति के साथ बाढ़ संबंधित दैनिक प्रतिवेदन प्रतिवेदित की जा रही है. इस दौरान यह देखा जा रहा है कि प्रतिदिन पानी की स्थिति क्या है. इतना ही नहीं सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एंबुलेटरी वाहनों के माध्यम से नि:शुल्क कैंप लगाया जायेगा.
चारा दर व आपूर्तिकर्ता निर्धारित बताया कि बाढ़ में चारा की कमी नहीं होने दी जायेगी. इसे लेकर चारा के दर का निर्धारण कर लिया गया है. साथ ही आपूर्तिकर्ता भी निर्धारित कर लिया गया है. चारा के भंडारण को लेकर जगह चिह्नित कर ली गयी है. सभी केंद्रों पर पर्याप्त दवा उपलब्ध करा दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है